Bihar Diwas 2025 : डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कृषि पवेलियन का उद्घाटन, कहा विशिष्ट उत्पादों की लगेगी प्रदर्शनी और होगी बिक्री
Bihar Diwas 2025 : बिहार सरकार के कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने गाँधी मैदान में बिहार दिवस के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह में कृषि पवेलियन का उद्घाटन किया. जहाँ विशिष्ट उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जाएगी....पढ़िए आगे

PATNA : उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार विजय कुमार सिन्हा द्वारा पटना के गाँधी मैदान में बिहार दिवस के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह में कृषि पवेलियन का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने किया। उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री ने कहा कि गाँधी मैदान, पटना में बिहार दिवस का आयोजन इस वर्ष दिनांक 22-26 मार्च, 2025 तक ‘‘उन्नत बिहार विकसित बिहार’’ थीम पर किया जा रहा है। बिहार दिवस के अवसर पर कृषि विभाग के पवेलियन में बिहार के विशिष्ट उत्पादों के साथ-साथ पारम्परिक एवं प्रसंस्कृत उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जा रही है। प्रदेशवासियों को कृषि प्रदर्शनी में जी॰आई॰टैग भागलपुरी कतरनी चावल/चुड़ा और मर्चा चुड़ा के साथ-साथ शाहाबाद क्षेत्र का सोनाचुर चावल/चुड़ा, जाता सत्तू और सोनामोती गेहूँ की प्रदर्शनी और बिक्री की जा रही है। किसानों एवं आम जन के लिए कृषि ज्ञान वाहन के माध्यम से विभिन्न फसलों की तकनीकी जानकारी और चलन्त मिट्टी जाँच प्रयोगशाला के माध्यम से मिट्टी जाँच की सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि उक्त सभी महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों से संबंधित किसानों तथा आम जन को कृषि विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी तथा प्रचार-प्रसार प्रदर्शनी के माध्यम से दी जा रही है। कृषि विभाग द्वारा इस अवसर पर गाँधी मैदान में 30 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल में कृषि पवेलियन का निर्माण किया गया है। प्रदर्शनी में कृषि के क्षेत्र में हो रही नवीनतम तकनीकों की जानकारी बिहार के किसान भाइयों एवं बहनों तथा आम जन को उपलब्ध कराई जा रही है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विकास के लिए मुख्यमंत्री की परिकल्पना कृषि रोड मैप के क्रियान्वयन से खाद्यान्न एवं बागवानी फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही, चारों कृषि रोड मैप के किताब की प्रतीकात्मक प्रदर्शनी लगाई गई है।
उन्होंने कहा कि ‘‘जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम’’ से संबंधित बिहार के कृषि संस्थान बोरलॉग इंस्टिच्युट फॉर साऊथ एशिया, डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर एवं बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर द्वारा विभिन्न फसलों की समय पर बुआई, जलवायु के अनुकूल फसल चक्र का चयन, मिट्टी एवं जलवायु के अनुकूल परिस्थितियों के अनुरूप संभावित फसल विविधीकरण, जल, पोषक तत्त्व एवं खरपतवार आदि का समुचित प्रबंधन, कृषि यंत्रों यथा हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, स्ट्रॉ बेलर के माध्यम से फसल के अवशेषों का प्रबंधन आदि क्रियाओं के बारे में किसानों को जागरूक किया जा रहा है। इसी प्रकार, उद्यान निदेशालय द्वारा सूक्ष्म सिंचाई योजना कार्यान्वित की जा रही है, जिसके अंतर्गत किसानों को इस पर 90 प्रतिशत तक अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। इस सिंचाई पद्धति से किसानों को कम उत्पादन लागत से अधिक आय प्राप्त होगी। इसके साथ-साथ छत पर बागवानी योजना का जीवंत प्रदर्शन भी किया जा रहा है तथा मखाना, मशरूम, अचार, सब्जी बीज उत्पादन, औषधिय पौधों की खेती, स्ट्रॉबेरी, ड्रैगन फ्रुट, ऐपल बेर आदि के उत्पाद एवं नर्सरी का प्रदर्शन किया जा रहा है। भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा जलछाजन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जल संचयन संरचनाओं तथा शुष्क बागवानी की महत्ता को जीवंत प्रदर्शित किया जा रहा है। पौधा संरक्षण संभाग द्वारा कृषि ड्रोन एवं स्प्रेयर उपकरणों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में कृषि ज्ञान वाहन के माध्यम से कृषि मे चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
सिन्हा ने बताया कि बिहार दिवस के अवसर पर सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस, चण्डी (नालंदा) द्वारा उत्पादित सब्जी के पौध-रोपण सामग्री एवं सेन्टर ऑफ एक्सेलेंस, देसरी (वैशाली) द्वारा उत्पादित फलों के पौध-रोपन सामग्री का प्रदर्शन एवं बिक्री किया जा रहा है। कृषि के प्रसंस्कृत उत्पाद यथा मशरूम, मधु आदि का प्रदर्शन एवं बिक्री किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि बिहार दिवस के अवसर पर कृषि विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी से राज्य के किसान भाई-बहन तथा आम जन काफी लाभान्वित होंगे।
वंदना की रिपोर्ट