Bihar Police: क्राइम कंट्रोल अब DSP-ASP की सीधी जिम्मेदारी, हर महीने होगी जांच, लापरवाही पर गिरेगी गाज

Bihar Police: बिहार में अब क्राइम कंट्रोल की जिम्मेदारी सीधी तौर पर डीएसपी और एएसपी की होगी। उनके कार्यों की हर महीने जांच भी की जाएगी। किसी तरह की लापरवाही सामने आने पर बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बिहार पुलिस
एएसपी-डीएसपी को बड़ी जिम्मेदारी - फोटो : social media

Bihar Police: बिहार में अपराधिक घटनाएं चरम पर है। अपराधी एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वहीं अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस अब एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में अब पटना सहित पूरे रेंज में अपराध नियंत्रण और विधि व्यवस्था को लेकर डीएसपी रैंक के अधिकारियों की भूमिका और जवाबदेही अब तय कर दी गई है। 

DSP-ASP की जिम्मेदारी

यानी अब किसी भी इलाके में अपराध की रोकथाम और कार्रवाई की सीधी जिम्मेदारी डीएसपी और एएसपी स्तर के अफसरों पर भी होगी। दरअसल, रेंज आईजी ने शुक्रवार को पटना पुलिस कार्यालय में डेढ़ घंटे की समीक्षा बैठक कर यह निर्देश दिए। बैठक में सभी सिटी एसपी, डीएसपी, एएसपी और थाना प्रभारी मौजूद थे।

हर महीने होगा अधिकारियों का आकलन

रेंज आईजी ने स्पष्ट किया कि डीएसपी और एएसपी रैंक के अधिकारियों के कार्यों का मासिक मूल्यांकन स्वयं उनके स्तर से किया जाएगा। जिन अधिकारियों का प्रदर्शन कमजोर रहेगा, उन पर सख्त कार्रवाई भी की जा सकती है। आईजी ने निर्देश दिया कि हर अनुमंडल स्तर पर एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया जाए। जिसकी अगुवाई डीएसपी करेंगे। यह टीम किसी भी इलाके में छापेमारी कर सकेगी और जरूरत पड़ने पर अन्य जिलों से भी समन्वय स्थापित कर कार्रवाई करेगी।

गश्ती व्यवस्था पर खुद नजर रखें अधिकारी

आईजी ने कहा कि गश्ती की निगरानी डीएसपी और एएसपी खुद करें। विशेषकर संवेदनशील इलाकों में कड़ी निगरानी रखी जाए और गश्ती की व्यवस्था मजबूत हो। इससे पहले भी आईजी ने एसपी स्तर के अधिकारियों को रात में सड़क पर निकलकर स्थिति जांचने का आदेश दिया था।

जेल में बंद और छूटे अपराधियों पर सतर्क नजर

बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि जेल में बंद कुख्यात अपराधी भी अपराध की साजिश रचते हैं। इसलिए उन पर नजर बनाए रखनी जरूरी है।जेल से हाल ही में छूटे अपराधियों जैसे सुपारी किलर, लुटेरे, डकैत और गंभीर अपराधों में शामिल लोगों की एक लिस्ट तैयार करने का निर्देश भी दिया गया है। थाना स्तर पर इन अपराधियों की गतिविधियों की लगातार निगरानी करने को कहा गया है।