दुलारचंद यादव हत्याकांड: अनंत सिंह जेल में,अब कभी भी हो सकती है पीयूष प्रियदर्शी की गिरफ्तारी

बिहार पुलिस के डीजीपी विनय कुमार सिंह ने स्पष्ट किया है कि अनंत सिंह को मोकामा स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि घटना में संलिप्त आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. चाहे वह पीयूष प्रियदर्शी या कोई और भी हो.

दुलारचंद यादव हत्याकांड: अनंत सिंह जेल में,अब कभी भी हो सकती
कभी भी हो सकती है पीयूष प्रियदर्शी की गिरफ्तारी- फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क:  मोकामा में दर्ज़नो आपराधिक मामलों में नामज़द रहे दुलारचंद यादव हत्याकांड मामले में गिरफ्तार मोकामा विधानसभा सीट से जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) प्रत्याशी बाहुबली अनंत सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.पुलिस ने अभी तक 81 लोगों की गिरफ्तारियां की हैं, जिसमें हत्या से जुड़े अन्य लोगों के साथ अनंत सिंह के समर्थक भी शामिल हैं। बिहार पुलिस के डीजीपी विनय कुमार सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि पटना एसएसपी के नेतृत्व में 150 पुलिसकर्मियों की विशेष टीम ने अनंत सिंह को मोकामा से गिरफ्तार किया। डीजीपी विनय कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि अनंत सिंह को मोकामा स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि घटना में संलिप्त आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. चाहे वह पीयूष प्रियदर्शी या कोई और भी हो.

विदित हो कि अबतक इस मामले में दोनों पक्षों ने एक दुसरे के खिलाफ FIR दर्ज कराया है.दुलारचंद के पोते नीरज कुमार के आवेदन पर मामला दर्ज हुआ वही जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह के समर्थक जितेंद्र कुमार ने घोसवरी थाने में एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी और उनके समर्थकों पर जानलेवा हमला करने का गंभीर आरोप लगाया है।

दर्ज FIR में क्या है आरोप? 

जितेंद्र कुमार ने एफआईआर में कहा है कि 30 अक्टूबर की शाम 3 से 4 बजे के बीच जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार अनंत कुमार सिंह विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करते हुए घोसवरी थाना अंतर्गत तारतर गांव से गुजर रहे थे। विधायक अनंत सिंह के साथ कई गाड़ियां काफिले के आगे निकल गई थी।

मैं और मेरे पीछे कई गाड़ियां छूट गई। इसी बीच तारतर गांव से पश्चिम अस्ताबाद खंदा में पहुंचे तो जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी और उनके समर्थक लखन महतो, बाजो महतो, नीतीश महतो, ईश्वर महतो, अजय महतो समेत अन्य ने जान मारने की नीयत से अचानक मेरी और पीछे की गाड़ियों की ओर तलवार, लाठी, लोहे की रॉड, पिस्टल के साथ चारों तरफ से घेर लिया।जान मारने की धमकी देते गाड़ियों के शीशे तोड़ने लगे। गाड़ी से खींचकर मारने का प्रयास किया। मेरे ऊपर लोहे की रॉड से हमला किया। अन्य गाड़ियों पर भी ऐसे ही हमले हो रहे थे। चारों तरफ अफरातफरी मची हुई थी। मुर्दाबाद के नारे लगाए जा रहे थे।इसी बीच पिस्टल से उनलोगों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी। जैसे तैसे वहां से भागकर बाढ़ पहुंचे और इलाज कराया। कई लोगों के हाथ पैर टूट गए, कइयों को आंख, सिर में चोट लगी है। पूरे प्लान के साथ घटना को अंजाम दिया गया।

सबूत के आधार पर  जारी है एक्शन

एसएसपी ने पुष्टि की है कि इस पूरे मामले को लेकर अब तीसरी एफआईआर (FIR) भी दर्ज की गई है। यह FIR पुलिस की ओर से दर्ज कराई गई है, जो अक्सर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने, दंगे, या शांति भंग करने जैसी घटनाओं पर की जाती है।उन्होंने बताया है कि पत्थरबाजी के मामलों में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। यह दर्शाता है कि पुलिस मौके पर हुई हिंसा के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर रही है। एसएसपी ने जोर देकर कहा है कि "लगातार कार्रवाई जारी है" और "साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी। किसी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा।"