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BIHAR NEWS - भारतीय सेना के फर्जी में दस्तावेज दिखा नौकरी दिलवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा, ठगों की गिरफ्तारी के लिए पटना पहुंची हरियाणा ईओयू की टीम

BIHAR NEWS - सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में आज हरियाणा ईओयू की टीम पटना पहुंची। टीम ने बताया कि यह ठग कई लोगों से पैसे लेकर फरार हो गए हैं। जिसमें मास्टरमाइंड बिहार के बताए गए हैं।

 BIHAR NEWS  - भारतीय सेना के फर्जी में दस्तावेज दिखा नौकरी दिलवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा, ठगों की गिरफ्तारी के लिए पटना पहुंची हरियाणा ईओयू की टीम
पटना पहुंची हरियाणा ईओयू की टीम- फोटो : अनिल कुमार

PATNA - राजधानी में हरियाणा से आर्थिक अपराध इकाई की 5 सदस्यीय पुलिस टीम पटना पहुंची और दो थाना क्षेत्रों में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की है । नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी मामले में शातिरों ने भोले भाले लोगों से लगभग 46 लाख रुपए की ठगी कर विगत तीन वर्षों से फरार चल रहे है ।

मामला हरियाणा के हिसार थाने का है जहां बड़सी जिला विमानी के रहने वाले दिलबाग सिंह पिता ईश्वरचंद वासी के द्वारा धोखाधड़ी का मामला बीते वर्ष 2020 में दर्ज करवाया था। जिस मामले की तहकीकात के दौरान हिसार पुलिस को पता चला कि मामला काफी हाई प्रोफाइल है ।जिसमे भारतीय सेना ,भारतीय सशस्त्र सीमा सुरक्षा,सहित कई बड़े विभागों में फर्जी दस्तावेजों को तैयार कर ये पूरा नेक्सस चलाया जा रहा था ।  

मामले की गंभीरता को देखते हुए हिसार पुलिस ने ये मामला आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने मामले की छानबीन शुरू कर दी। मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे फर्जीवाड़े में कुल तीन लोगों की संलिप्तता सामने उजागर हुआ। जिसने बड़ी ही चालाकी से अपना नाम वो पता बदलकर इस बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दिया और लगभग 46 लाख का चुना लगा सभी फरार हो गए ।

मास्टर माइंड ने अपने साथियों का बताया गलत नाम खुलासे से हैरान पुलिस

मिली जानकारी के अनुसार हिसार आर्थिक अपराध इकाई ने 635/2020 अभियोंग़ दर्ज किया और इस मामले में पहली कामयाबी इस खेल के मास्टर माइंड हेमनरायण तिवारी को गिरफ्तार किया ।शुरुआती दौर में गिरफ्तार मास्टर माइंड हेमनारायण तिवारी ने पुलिस को गुमराह किया है सख्ती से पूछताछ में वो टूट गया और उसने इस बड़े फर्जीवाड़े का पूरा सच पुलिस को बताया ।

दरअसल, इस मामले के आवेदक दिलबाग सिंह ने अपने लिखित आवेदन में बताया है कि राजेश कुमार और कमल से उनकी मुलाकात बीते वर्ष 2016 में दिल्ली के कॉलेज में पढ़ाई करने के दौरान ही थी ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजेश ने ही दिलबाग सिंह को हेमनारायण तिवारी से दिल्ली मॉडल टाऊन इलाके के किराए के फ्लैट में रह रहे हेमनारायण तिवारी से मिलवाया था जहां हेमनारायण तिवारी ने अपने ऊंचे राजनीतिक पहुंच का धौंस बतला कर कई लोगों को नौकरी लगवाने की बात कही थी ।

मोटी कमीशन और अपने नौकरी के चक्कर में गंवाए साढ़े 6 लाख

दिलबाग सिंह ने हेमनारायण को अपनी आपबीती बताई और अपने और अपने भाई दीपक को नौकरी पर लगवाने का आग्रह किया ।जिसके बाद हेमनारायण तिवारी ने 8 लाख में भारतीय सेना ,सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल सहित अन्य जगहों पर नौकरी लगवाने की बात कही है अन्य नौकरी के लिए जरूरतमंद नवयुवकों को 8 लाख में नौकरी देने पर कमीशन में रुपए देने का प्रलोभन दिया ।बताया जाता है कि इधर  दिलबाग सिंह हेमनारायण तिवारी और राजेश के झांसे में आ गया और  पहले खुद 5 लाख रुपए हेमनारायण तिवारी को दे दिए यही से इस फर्जीवाड़े ने रूपयों के लेनदेन की शुरुआत हुई ।बताया जा रहा है कि इस फर्जीवाड़े के गिरफ्तार मास्टर माइंड हेमनरायण तिवारी ने अपने दोनों साथियों का नाम पुलिस की पूछताछ में गलत बताया था। 

बिहार के बाद झारखंड और ओडिशा  जाएगी हरियाणा हिसार पुलिस

दरअसल, पूछताछ में गिरफ्तार हेमनारायण तिवारी ने पुलिस को बताया कि इस फर्जीवाड़े में उसका सहयोग करने वाले दोनों बिहार पटना के रहने वाले है, जिसका असली नाम रौशन सिन्हा (राजेश कुमार फर्जी नाम )और कृष्ण कन्हैया  (कमल  जो राजेश का फर्जी पी ए ) बनकर दिलबाग सिंह द्वारा लाए गए अन्य लोगों को फर्जी भारतीय सेना में भर्ती कराने के कागजातों पर हस्ताक्षर लेकर उनके असली दशवी और बारहवीं के प्रमाणपत्रों को ले लिया वही सभी से कुल 46 लाख की मोटी रकम बैंक अकाउंट, गूगल पे और अन्य माध्यमों से वसूली कर एक दिन अचानक फरार हुए थे। हालांकि पुलिस ने इनके एड्रेस को वैरिफाई किया और हरियाणा हिसार से पटना पहुंची जहां पटना पुलिस के सहयोग से उनके घरों तक पहुंचे हैं।

 फिलहाल इस मामले में गिरफ्तारी के लिए हिसार से आए आर्थिक अपराध की टीम की कार्रवाई जारी है। बताया जा रहा है कि आर्थिक अपराध इकाई ने पूरी लिस्ट इस मामले में गिरफ्तारी के लिए तैयार कर रखा है जिसकी कार्रवाई मे हिसार पुलिस दो अन्य राज्यों में भी अपनी दबिश देगी ।

पटना से अनिल की रिपोर्ट

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