निगरानी टीम ने डाटा इंट्री ऑपरेटर को घुस लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार, दाखिल खारिज के लिए मांगे थे पैसे

PATNA - बिहार में भ्रष्टाचार पर नकेल कसते हुए, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (Vigilance Investigation Bureau) की टीम ने जहानाबाद जिले के काको अंचल कार्यालय में कार्यरत एक डाटा एंट्री ऑपरेटर (Data Entry Operator) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ऑपरेटर की पहचान सतीश कुमार के रूप में हुई है, जिसे ₹3,000 की पहली किश्त लेते हुए दबोचा गया।
मामला और शिकायत
यह कार्रवाई परिवादी नीतीश कुमार की शिकायत पर की गई। नीतीश कुमार से दाखिल-खारिज (Mutation) की प्रक्रिया पूरी करने के नाम पर डाटा एंट्री ऑपरेटर सतीश कुमार द्वारा कुल ₹15,000 की रिश्वत की मांग की गई थी, जिसे 'नजराना' कहा गया।
इस अवैध मांग से परेशान होकर, परिवादी ने पटना स्थित निगरानी अन्वेषण ब्यूरो थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी।
सफल ट्रैप और गिरफ्तारी
शिकायत के आलोक में, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना की टीम ने एक योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया। जैसे ही रिश्वत की पहली किश्त ₹3,000 ऑपरेटर सतीश कुमार द्वारा काको अंचल कार्यालय में स्वीकार की गई, टीम ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार पर 'जीरो टॉलरेंस'
इस गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष अब तक कुल 89 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके तहत लगभग 83 भ्रष्टाचार में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है। महानिदेशक ने स्पष्ट किया कि भ्रष्ट अधिकारियों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
पटना से अनिल की रिपोर्ट