Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दौरान, विशेष रूप से बिहार से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। इस भीड़ के कारण ट्रेनों में सीट पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। कई यात्रियों ने अपनी कन्फर्म टिकट होने के बावजूद यात्रा नहीं कर पाई क्योंकि अन्य यात्री, जिनके पास अनारक्षित टिकट थे, ने पहले से ही ट्रेन के कोचों पर कब्जा कर लिया था।
पटना जंक्शन पर, जब मगध एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों का आगमन हुआ, तो यात्रियों की भीड़ इतनी अधिक थी कि कई लोग ट्रेन पकड़ने में असमर्थ रहे। कुछ कोचों को पहले से ही बंद कर दिया गया था, जिससे कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को अपने निर्धारित कोच में प्रवेश करने के लिए दौड़ लगानी पड़ी। इस स्थिति ने यात्रियों के लिए बहुत सी कठिनाइयाँ उत्पन्न कीं।
इस भीड़-भाड़ की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और ट्रेन टिकट निरीक्षकों (टीटीई) ने प्रयास किए। हालांकि, भीड़ इतनी अधिक थी कि कई यात्री शौचालयों और फर्श पर बैठकर यात्रा करने को मजबूर हो गए।
महाकुंभ एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है जिसमें लाखों श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करने आते हैं। अब तक 30 करोड़ से अधिक लोग इस महाकुंभ में भाग ले चुके हैं, और अभी भी लाखों श्रद्धालुओं का आना जारी है। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को भी प्रभावित करता है।
बहरहाल महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या ने रेलवे सेवाओं पर दबाव डाला है, जिससे कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को भी यात्रा करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा है।