Bihar IAS Success Story: 'बिहार की बहू' ने किया कमाल, लंदन से लौटकर UPSC में लहराया सफलता का परचम, IAS बनने की प्रेरक कहानी

Bihar IAS Success Story: UPSC की राह आसान नहीं रही। साल 2020 में उन्होंने पहली बार परीक्षा दी, लेकिन असफल रहीं। दूसरी बार भी सफलता हाथ नहीं लगी। इसके बाद उन्होंने लंदन से भारत लौटने का फैसला किया और पूरी ताकत से तीसरी बार परीक्षा की तैयारी में जुटी।

 IAS Pranita Dash
IAS Pranita Dash- फोटो : social media

Bihar IAS Success Story:  देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में शुमार यूपीएससी को पास करना हर उम्मीदवार के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है। ऐसे ही एक प्रेरणादायक सफर की कहानी हैं आईएएस अधिकारी प्रणिता दाश, जिनकी मेहनत और संघर्ष आज लाखों युवाओं को प्रेरित कर रही है। ओडिशा के मयूरभंज जिले के छोटे से शहर बारीपदा से ताल्लुक रखने वाली प्रणिता ने अपनी शुरुआती पढ़ाई होमटाउन से ही की। पांचवीं तक की शिक्षा बारीपदा में लेने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए भुवनेश्वर का रुख किया और 12वीं तक की पढ़ाई वहीं से पूरी की।

अंतरराष्ट्रीय शिक्षा और UPSC का सपना

प्रणिता ने सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वह लंदन चली गईं, जहां उन्होंने प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की। उन्हें यूनिवर्सिटी से स्कॉलरशिप भी मिली थी। मास्टर्स के दौरान ही उन्हें सिविल सेवा में जाने की प्रेरणा मिली और उन्होंने UPSC परीक्षा देने का फैसला किया।

संघर्ष और सफलता की कहानी

UPSC की राह आसान नहीं रही। साल 2020 में उन्होंने पहली बार परीक्षा दी, लेकिन असफल रहीं। दूसरी बार भी सफलता हाथ नहीं लगी। इसके बाद उन्होंने लंदन से भारत लौटने का फैसला किया और पूरी ताकत से तीसरी बार परीक्षा की तैयारी में जुट गईं। आखिरकार तीसरे प्रयास में उन्होंने कमाल कर दिखाया ऑल इंडिया रैंक 42 के साथ प्रणिता ने UPSC परीक्षा पास कर ली और IAS सेवा में चयनित हो गईं। उन्हें ओडिशा कैडर मिला।

Nsmch

व्यक्तिगत जीवन भी सुर्खियों में

प्रणिता दाश की निजी जिंदगी भी चर्चा का विषय बनी रही है। उनकी शादी बिहार के अररिया जिले के फारसिबगंज निवासी और 2022 बैच के IAS अधिकारी अविनाश कुमार से हुई है। इस शादी के बाद प्रणिता को 'बिहार की बहू' के रूप में भी जाना जाने लगा। सोशल मीडिया पर भी प्रणिता काफी एक्टिव रहती हैं और वहां अपने अनुभव व प्रेरणादायक बातें साझा करती रहती हैं। जो युवा UPSC उम्मीदवारों के लिए मार्गदर्शन का काम करती हैं। प्रणिता दाश की कहानी इस बात का उदाहरण है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी सपना हकीकत बन सकता है।