Janmashtami 2025: इस्कॉन पटना में जन्माष्टमी पर 8 देशों के फूलों से सजेगा दरबार, 501 पकवानों का महाभोग, ये है दर्शन का शुभ समय
Janmashtami 2025: इस्कॉन पटना में हर साल की तरह इस साल भी भव्य आयोजन किया जाएगा। ये आयोजन दो दिनों का होगा। जन्माष्टमी के दिन 8 देशों के फूलों से दरबार सजेगा।

Janmashtami 2025: पटना के इस्कॉन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर भव्य द्विदिवसीय समारोह आयोजित करने की घोषणा की है। रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में इस्कॉन पटना के टी.एम.सी के को-चेयरमैन श्री आदिकर्ता दास और श्री रमण मनोहर दास ने बताया कि यह महोत्सव भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के स्मरण और उनके साथ जीव के नित्य संबंध को प्रगाढ़ करने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है।
जन्माष्टमी पर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन
आयोजकों ने बताया कि इस बार कार्यक्रम 16 और 17 अगस्त को होगा। पहले दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महामहोत्सव प्रातः 7 बजे से मध्यरात्रि 12 बजे तक चलेगा, जिसमें अनवरत संकीर्तन, भव्य आरती, 251 चांदी कलश और दक्षिणायन शंख से अभिषेक, मध्यरात्रि में रासलीला गायन, 501 महाभोग अर्पण और महाप्रसाद वितरण जैसे आयोजन होंगे। दूसरे दिन प्रभुपाद आविर्भाव महोत्सव में महाभिषेक, यशोगान, आरती, माल्यार्पण और महाप्रसाद का कार्यक्रम होगा।
8 देशों से मंगवाए जा रहे फूल
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उद्योगपति श्री एल.एन. पोद्दार होंगे, जबकि प्रदेश के मंत्रीगण और शहर के गणमान्यजन भी शामिल होंगे। आयोजकों ने सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और सुचारू दर्शन व्यवस्था के लिए प्रशासन के साथ समन्वय की जानकारी दी। आयोजक ने बताया कि जन्माष्टमी के अवसर पर इस्कॉन मंदिर में भव्य सजावट और विशेष आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। मैनेजमेंट के को-चेयरमैन आदिकर्ता दास ने बताया कि भगवान के दरबार को सजाने के लिए रूस, यूक्रेन, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका समेत 8 देशों से विशेष फूल मंगवाए जा रहे हैं।
501 पकवानों का महाभोग
इस अवसर पर 501 पकवानों का महाभोग चढ़ाया जाएगा। प्रसाद चढ़ाने के लिए गर्भगृह में तीन अतिरिक्त पुजारी रहेंगे। भक्ति माहौल को और भव्य बनाने के लिए इस्कॉन भक्तों द्वारा सुमधुर नाम संकीर्तन और भव्य आरती का आयोजन होगा। साथ ही, भगवान के विशेष वस्त्र वृंदावन और मायापुर से मंगाए गए हैं।
सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष व्यवस्था
मंदिर परिसर में वाटरप्रूफ पंडाल लगाया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर मौर्या लोक और जीपीओ से रोड तक बैरिकेडिंग की जाएगी। जिसके लिए बुधवार को प्रशासन के साथ बैठक प्रस्तावित है। महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग कतारें बनाई जाएंगी। भीड़ अधिक होने के कारण मंदिर परिसर में किसी को रुकने की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालु सीधे गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन के बाद बाहर निकलेंगे। भीड़ नियंत्रण के लिए प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड और वॉलंटियर्स तैनात रहेंगे।