K.K Pathak: बिहार सरकार को अरबों की सम्पत्ति दे गए के के पाठक, भर दिया खजाना, जानिए क्या है पूरा मामला

K.K Pathak:बिहार के चर्चित आईएएस के के पाठक अब केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं. लेकिन बिहार में रहकर के के पाठक ने कई काम किये जिनकी चर्चा उनके जाने के बाद भी की जाएगी. हालाँकि जाते जाते उन्होंने बिहार सरकार को मालामाल कर दिया है.....पढ़िए आगे

K.K Pathak: बिहार सरकार को अरबों की सम्पत्ति दे गए के के पाठ
बिहार सरकार को मालामाल कर गए के के पाठक - फोटो : SOCIAL MEDIA

PATNA : चर्चित और कड़क आईएएस अधिकारी के के पाठक यानी केशव कुमार पाठक की अब बिहार से विदाई हो गयी हैl के के पाठक अब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैंl लेकिन बिहार लौटने के बाद के के पाठक ने जिस विभाग की भी जिम्मेवारी संभाली धमाल मचा दियाl सबसे अधिक वे तब सुर्ख़ियों में रहे हैंl जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मद्य निषेध विभाग की जिम्मेवारी सौंपीl तब बिहार में शराबबंदी लागू की गयी थीl तब के के पाठक के एक से बढ़कर एक कड़े फैसलों ने बिहार में 'पियक्कड़ों' और शराब कारोबारियों के नाक में दम कर दियाl राज्य की जेलें पियक्कड़ों से भर गयीl हालाँकि कुछ समय के बाद बिहार की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की जिम्मेवारी के के पाठक को दी गयीl जिसके बाद बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और कर्मियों में हड़कंप मच गयाl आये दिनों उनके द्वारा जारी किये गए आदेशों से शिक्षकों के बीच तहलका मचा देताl बवाल इतना मचा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार विधानसभा में के के पाठक को लेकर बयान देना पड़ाl 

फिलहाल के के पाठक राजस्व पर्षद के अध्यक्ष पद पर कार्यरत थेl कहा यह भी गया की राजस्व पर्षद में के के पाठक को सरकार ने संट कर दियाl लेकिन के के पाठक यहाँ भी भला कहा चुप बैठने वाले थेl उतार-चढ़ाव के बीच मुगल काल से लेकर ब्रिटिश राज तक बेतिया राज बना रहा। इस दौरान इस रियासत ने कई उतार-चढ़ाव देखे। मगर, महारानी जानकी कुंवर की 1954 में मृत्यु के बाद बेतिया राज की बिहार-यूपी में फैली हजारों एक जमीन और सैकड़ों एकड़ में फैले महल आधिकारिक तौर पर सरकार के अधीन आ गए। 

सरकार ने बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कानून बनाकर बेतिया राज की 15 हज़ार एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर लियाl इन जमीन पर सालों से अवैध कब्जा है। बेतिया राज के महलों में सरकारी दफ्तरें हैं। बिहार भूमि सर्वे ने एक बार फिर पिंडौरा बक्स को खोल दिया। अब इन जमीनों से अतिक्रमण हटाने की जिम्मेवारी के के पाठक को थीl के के पाठक इस जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने में जी जान से जुटे थेl लेकिन इस बीच के के पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए l जिन्हें बिहार सरकार ने विरमित भी कर दिया हैl 

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