Sushant singh rajput - दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के जीजा बने डीजीपी, बहन को इस पार्टी ने दिया बिहार विधानसभा चुनाव का टिकट

sushant singh rajput - दिवंगत एक्टर सुुशांत सिंह राजपूत के जीजा को डीजीपी बनाया गया है। आज उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई। वहीं सुुशांत को बहन को बिहार चुनाव का टिकट मिला है, कल वह नामांकन करेंगी।

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patna - दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत  का  परिवार इन दिन चर्चा  में   है।  जहां उनकी  बहन के बिहार विधानसभा चुनाव का टिकट मिल गया है। वहीं  दूसरी तरफ एसएसआर के जीजाजी अब  हरियाणा के डीजीपी बन गए है।  उन्हें यह जिम्मेदारी वर्तमान डीजीपी  शत्रुजीत   कपूर की जगह दी है। 

शत्रुजीत कपूर हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन सिंह की आत्महत्या के मामले को लेकर विवादों में घिरे थे। जिसके  बाद   उन्हें हटाने की मांग हो रही थी। जिसके   बाद सैनी सरकार ने  डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया गया। 

इसके बाद उनकी जगह पर एडीजीपी रैंक के सीनियर आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक का पदभार दिया गया है। ओपी सिंह फिलहाल हरियाणा पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन और एफएसएल मधुबन के निदेशक का कार्यभार संभाल रहे थे। अब उन्हें एक्सट्रा प्रभार दिया है।

बहन दिव्या को दीघा से मिला चुनाव का टिकट


बॉलीवुड के दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहन दिव्या गौतम की चुनाव में एंट्री हो गई है। दिव्या गौतम अब बिहार चुनाव लड़ेंगी। दिव्या गौतम को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने पटना की दीघा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
 
 दरअसल महामहागठबंधन के भीतर सीटों के औपचारिक बंटवारे से पहले ही सहयोगी दलों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा और सिंबल देने का काम शुरू कर दिया है। 

सीपीआई (एम) ने अपने कई प्रत्याशियों को सिंबल जारी करना शुरू कर दिया है, जिसमें सबसे चर्चित नाम दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की ममेरी बहन दिव्या गौतम का है, जिन्हें पटना की दीघा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

एडीजीपी के सुसाइड केस 

पुलिस ने इस मामले में डीजीपी सहित उन सभी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है जिनके नाम सुसाइड नोट में लिखे हुए थे। बता दें कि वाई. पूरन कुमार 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और रोहतक के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में इंस्पेक्टर जनरल (IG) के पद पर तैनात थे। उन्होंने 7 अक्टूबर को कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। साथ ही उन्होंने 8 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने 13 वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कई आरोप लगाए। इसमें उत्पीड़न और करियर को नुकसान पहुंचाने के गंभीर आरोप शामिल थे। इनमें सबसे ज्यादा डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक एसपी पर आरोप लगे थे।