BJP candidate list: बिहार विधानसभा चुनाव 2025! बीजेपी की पहली सूची से बड़े नेताओं की छुट्टी, 9 मौजूदा विधायकों के टिकट कटा, इस शख्स के न होने मचा बवाल
BJP candidate list: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी की है। सात बार विधायक रहे नंद किशोर यादव समेत 9 विधायकों के टिकट काटे गए, जबकि कई नए चेहरों को मौका मिला।

BJP candidate list: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी की है।इस सूची में कुल 71 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं।हालांकि, यह सूची आते ही बिहार की राजनीति में हलचल मचा गई है, क्योंकि पार्टी ने नौ मौजूदा विधायकों और कई वरिष्ठ नेताओं के टिकट काट दिए हैं। सबसे चौंकाने वाला नाम है — विधानसभा अध्यक्ष और सात बार विधायक नंद किशोर यादव का, जिन्हें इस बार टिकट नहीं दिया गया है।
टिकट कटने वाले बड़े नाम
भाजपा की नई सूची में जिन दिग्गज नेताओं को जगह नहीं मिली, उनमें कई प्रमुख नाम शामिल हैं —
नंद किशोर यादव — विधानसभा अध्यक्ष, सात बार विधायक (पटना साहिब)
मोतीलाल प्रसाद — कला, संस्कृति एवं युवा विभाग मंत्री
अमरेंद्र प्रताप सिंह — पूर्व कृषि मंत्री, आरा विधायक
अरुण सिन्हा — कुम्हरार विधायक, लगातार 20 वर्षों से निर्वाचित
रामप्रीत पासवान — राजनगर विधायक
जय प्रकाश यादव — नरपतगंज विधायक
सर्वथा सिंह — गौरा बौराम विधायक
रामसूरत राय — औराई विधायक, पूर्व मंत्री
निक्की हेंब्रम — कटोरिया विधायक
इनमें से पांच नेता मंत्री पद संभाल चुके हैं।इससे यह साफ संकेत मिलता है कि भाजपा इस बार “युवा चेहरों और नए सामाजिक समीकरणों” पर भरोसा कर रही है।
नंद किशोर यादव का टिकट कटा
नंद किशोर यादव भाजपा के सबसे अनुभवी और प्रभावशाली नेताओं में से एक रहे हैं।वे पहली बार 1995 में पटना पूर्व से विधायक बने थे और लगातार सात बार विधानसभा पहुंचे।परिसीमन के बाद उनकी सीट का नाम पटना साहिब कर दिया गया।राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यादव को उम्मीद थी कि इस बार उनके बेटे को टिकट मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।उनका नाम सूची से हटाना इस बात का संकेत है कि भाजपा अब पीढ़ीगत बदलाव और नई राजनीति की दिशा में आगे बढ़ रही है।
मोतीलाल प्रसाद, अमरेंद्र प्रताप सिंह और अन्य वरिष्ठ नेताओं की छुट्टी
सूची में एक और बड़ा नाम है — मोतीलाल प्रसाद, जो फिलहाल बिहार सरकार में कला, संस्कृति और युवा विभाग मंत्री हैं।उन्हें रीगा सीट से टिकट नहीं दिया गया है। उनकी जगह पूर्व विधान पार्षद बैद्यनाथ प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है।वहीं आरा के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह को भी इस बार मौका नहीं मिला।राजनीतिक जानकारों के अनुसार, भाजपा इस कदम के जरिए संगठन में नई ऊर्जा और युवा नेतृत्व को बढ़ावा देना चाहती है।
भाजपा ने बदला कई सीटों का समीकरण
भाजपा की सूची में कई सीटों पर नए और युवा चेहरों को मौका दिया गया है। सीतामढ़ी से वर्तमान विधायक मिथिलेश कुमार की जगह पूर्व सांसद सुनील कुमार पिंटू को टिकट मिला।राजनगर (मधुबनी) से पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रीत पासवान की जगह सुजीत कुमार पासवान को उम्मीदवार बनाया गया।औराई सीट से पूर्व मंत्री रामसूरत राय की जगह रमा निषाद को टिकट दिया गया है। रमा निषाद, पूर्व सांसद अजय निषाद की पत्नी हैं, जो हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।कटोरिया (सुरक्षित) से निक्की हेंब्रम की जगह पूरनलाल टुडू को प्रत्याशी बनाया गया है।कुम्हरार सीट से अरुण सिन्हा की जगह संजय गुप्ता को टिकट दिया गया है।इन बदलावों से साफ है कि पार्टी इस बार युवा उम्मीदवारों को प्राथमिकता देकर “नई पीढ़ी की भाजपा” का चेहरा सामने लाना चाहती है।