PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा का समापन हो गया है। उनकी यात्रा खासकर मगध प्रमंडल के लिए ऐतिहासिक सौगात लेकर आई। इस दौरे के दौरान गया, नवादा, जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद जिलों में हजारों करोड़ रुपये की योजनाओं की घोषणा की गई, जिनसे क्षेत्र की लगभग 3 करोड़ की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा। इन योजनाओं का मकसद बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करना और बिहार को एक विकसित एवं आत्मनिर्भर राज्य बनाना है।
किन जिलों को मिली कितनी सौगात?
मुख्यमंत्री ने सड़क, पुल, अस्पताल, स्कूल, बिजली, पेयजल और सिंचाई जैसी आधारभूत जरूरतों को प्राथमिकता दी। प्रत्येक जिले को उसके विकास के अनुरूप बजट आवंटित किया गया। गया को 1437 करोड़ रुपये की बुनियादी विकास योजनाएं, नवादा को 211 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण परियोजनाएं, जहानाबाद को 241 करोड़ रुपये के विशेष प्रोजेक्ट, अरवल को 111 करोड़ रुपये की नई संरचनात्मक योजनाएं, औरंगाबाद को 554 करोड़ रुपये की आधारभूत संरचना विकास योजनाएं
कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार, व्यापार, उद्योग और पर्यटन के लिए खुले द्वार
नए राज्यमार्गों, ग्रामीण सड़कों और पुलों के निर्माण से क्षेत्र की कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा। इससे व्यापार, उद्योग और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। अच्छी सड़कों से किसानों और व्यापारियों को अपने उत्पाद बाजार तक सुगमता से पहुंचाने में मदद मिलेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। प्रगति यात्रा के दौरान 800 किलोमीटर से अधिक लंबाई की नई सड़कें बनेंगी और 600 किलोमीटर से अधिक लंबाई की सड़कों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।
शिक्षा और स्वास्थ्य
सरकारी स्कूलों और कॉलेजों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। साथ ही, नए अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण से बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। इससे ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आएगा।
बिजली और सिंचाई
ग्रामीण इलाकों में 24×7 बिजली आपूर्ति के लिए अत्याधुनिक ग्रिड और ट्रांसमिशन नेटवर्क विकसित किए जाएंगे। साथ ही, किसानों के लिए नई सिंचाई परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, जिससे खेतों को पर्याप्त पानी मिलेगा और कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी। इससे किसान आत्मनिर्भर बनेंगे और क्षेत्र की खाद्यान्न सुरक्षा मजबूत होगी।
रोजगार और औद्योगीकरण
नवादा और जहानाबाद में नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे, जहां छोटे और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा, स्टार्टअप्स के लिए विशेष वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे। गया और औरंगाबाद को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें आधुनिक यातायात व्यवस्था, डिजिटल सेवाएं और हरित ऊर्जा परियोजनाएं शामिल होंगी। नए औद्योगिक क्षेत्रों, स्टार्टअप हब और कौशल विकास केंद्रों की स्थापना से युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। सरकार स्वरोजगार को भी बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगी, जिससे प्रदेश में उद्यमिता को बल मिलेगा।
विकसित बिहार की दिशा में सशक्त कदम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार बिहार के हर जिले में समावेशी और सतत विकास को प्राथमिकता दे रही है। इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से मगध प्रमंडल की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा और विकसित व आत्मनिर्भर बिहार के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी। इन योजनाओं के पूरी तरह जमीन पर उतरने के बाद से मगध प्रमंडल के तीन करोड़ से अधिक लोग सीधे लाभान्वित होंगे। क्षेत्र में यातायात सुगम होगा, जिससे व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। बिजली और पेयजल की समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाएगा। युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे और शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से अधिक प्रभावी होंगी।
कई योजनाओं को कैबिनेट से मिल चुकी है स्वीकृति
प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को जमीन पर उतारने के लिए तेजी से काम हो रहा है। कई योजनाओं को कैबिनेट से स्वीकृति भी मिल चुकी है। सरकार ने इन परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को कार्यों की नियमित निगरानी और निष्पादन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे और योजनाएं निर्धारित समय पर पूरी हों। साफ है कि इन विकास योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से मगध प्रमंडल आर्थिक समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छुएगा। क्षेत्र के नागरिकों का जीवन स्तर सुधरेगा और बिहार एक सशक्त, आत्मनिर्भर और प्रगतिशील राज्य के रूप में उभरेगा।