shaktikanta das: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को एक बार फिर से बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। इससे पहले इस पद पर पी के मिश्रा ने 11 सितंबर 2019 से कार्यभार संभाला था। शक्तिकांत दास 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के IAS अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने चार दशकों के करियर में वित्त, कराधान, बुनियादी ढांचा, और उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में योगदान दिया है।
शक्तिकांत दास का करियर: एक नजर
शक्तिकांत दास केंद्रीय सरकार के विभिन्न विभागों में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं, जिनमें रेवेन्यू और आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में उनकी भूमिका प्रमुख रही है। दिसंबर 2018 में उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला और उनके नेतृत्व में RBI ने कई वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का सामना किया, जिसमें कोविड-19 महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे अस्थिरताएं शामिल हैं। उनके कार्यकाल में उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता बनाए रखने, मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और आर्थिक नीतियों के सही कार्यान्वयन पर जोर दिया।
GST और नोटबंदी में महत्वपूर्ण भूमिका
शक्तिकांत दास का योगदान केवल भारतीय रिजर्व बैंक तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने GST (वस्तु एवं सेवा कर) को लागू करने में भी अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही दास ने नवंबर 2016 में हुए नोटबंदी के फैसले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जब भारत में 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया था।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व
शक्तिकांत दास ने भारत के जी 20 शेरपा के रूप में भी काम किया और उन्होंने IMF, G20, BRICS, और SAARC जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावा, उन्होंने विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (ADB), और न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) में भारत के वैकल्पिक गवर्नर के रूप में भी काम किया।
उनकी शिक्षा और जीवन
शक्तिकांत दास का जन्म 1957 में ओडिशा में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से इतिहास में स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने बर्मिंघम विश्वविद्यालय (यूके) से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री हासिल की।
सैलरी और नई जिम्मेदारी
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास की मासिक सैलरी लगभग 2.87 लाख रुपये थी, जिसमें डियरनेस अलाउंस (DA) और अन्य भत्ते शामिल थे। अब, प्रधान सचिव के रूप में उनकी नई जिम्मेदारी उन्हें सरकार के महत्वपूर्ण फैसलों में बड़ी भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करेगी।
शक्तिकांत दास का करियर
शक्तिकांत दास का करियर भारतीय प्रशासनिक सेवा में उनके योगदान के लिए एक प्रेरणा है। उनके द्वारा निभाई गई भूमिकाओं और नई जिम्मेदारी के साथ, यह देखना दिलचस्प होगा कि वह प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में कैसे योगदान देंगे और भारत की विकास यात्रा में क्या नया जोड़ेंगे।