राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष का नाम तय ! जगदानंद सिंह की जगह अब लालू -तेजस्वी इन्हें देंगे जिम्मेदारी

राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम तय हो गया. लालू यादव और तेजस्वी यादव नये अध्यक्ष के नाम की घोषणा जल्द ही करने वाले हैं.

new Bihar state president of RJD
new Bihar state president of RJD- फोटो : news4nation

Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले राजद ने अपने नए बिहार प्रदेश अध्यक्ष के नाम को तय कर लिया है. जगदानंद सिंह की जगह बिहार प्रदेश रादज का अध्यक्ष कौन होगा इसे लेकर सस्पेंस खत्म होने के कगार पर है. लालू यादव और तेजस्वी यादव ने अब नए समीकरणों के हिसाब से नए अध्यक्ष की नाम को तय किया है. इससे दूरगामी स्तर पर विधानसभा चुनाव को भी साधने की कोशिश की जाएगी. साथ ही राजद वरिष्ठ नेता में कोई असंतोष ना हो इसे भी दूर करने की कोशिश की जएगी. 


राजद सूत्रो के अनुसार लालू यादव और तेजस्वी यादव ने RJD के अगले प्रदेश अध्यक्ष के लिए मंगनी लाल मंडल का नाम तय कर लिया है. उनके नाम की औ औपचारिक घोषणा बाक़ी है.  शनिवार, 14 जून को प्रदेश अध्यक्ष का  नामांकन होना है. उसके बाद चुनावी प्रक्रिया होगी. नामांकन प्रक्रिया की औपचारिकता पूरी होने के बाद नाम की  घोषणा होगी. इसमें एक मात्र नाम के तौर पर मंगनी लाल मंडल रहेंगे और उन्हें अगले प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नई जिम्मेदारी दी जाएगी. बताया जा रहा है कि लालू यादव का आशीर्वाद और तेजस्वी का साथ मंगनी लाल मंडल को मिल चुका है. 


कौन हैं मंगनी लाल मंडल 

पूर्व सांसद मंगनी लाल मंडल बिहार के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं. वे लालू यादव के साथ सियासत करने के साथ ही कुछ समय तक जदयू में रहे थे. जनवरी 2024 में मंगनी लाल मंडल जदयू छोड़कर फिर से राजद में आ गए थे. तब तेजस्वी यादव ने उनका पार्टी में स्वागत किया था. मंगनी लाल मंडल अति पिछड़ों के बड़े नेता माने जाते हैं. राजद में आने पर मंडल ने कहा था कि लालू यादव हमारे नेता हैं. हमारे पुराने सहयोगी हैं. लालू ने अपने कार्यकाल में सामाजिक न्याय को शक्ति प्रदान की. मैं पांच साल जेडीयू में था. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया, लेकिन मुझसे काम नहीं लिया गया. जेडीयू में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है.


लोकसभा, राज्य सभा सदस्य रहे

वे लोकसभा में झंझारपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. वे 1986 से 2004 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य थे। इस अवधि के दौरान, वे राज्य कैबिनेट में मंत्री भी थे। 2004 से 2009 तक, वे राज्य सभा के सदस्य भी थे.

रंजन की रिपोर्ट