Nitish Kumar cabinet: नीतीश कुमार की नई सरकार का कैबिनेट तैयार! अनुभव और युवा नेतृत्व का संतुलित मेल, जानें किसको मिल सकता है मौका

Nitish Kumar cabinet: नीतीश कुमार की नई एनडीए सरकार में युवा और अनुभवी नेताओं का अनोखा संतुलन दिखा। भाजपा की श्रेयसी सिंह, मंगल पांडेय और जदयू के वरिष्ठ चेहरे शामिल। पढ़ें कैबिनेट की पूरी इनसाइड रिपोर्ट।

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नीतीश के टीम में किसको मिलेगी जगह?- फोटो : social media

Nitish Kumar cabinet:  नीतीश कुमार की नई सरकार के शपथ ग्रहण का समय जैसे-जैसे नजदीक आया, पटना के राजनीतिक गलियारे में हलचल बढ़ती गई। बुधवार देर शाम से जिन नेताओं के फोन बजने शुरू हुए, उससे यह साफ हो गया कि इस बार कैबिनेट में अनुभव के साथ नई पीढ़ी को भी बड़ी जगह मिलने वाली है।

भाजपा के लिए सबसे बड़ी चर्चा—श्रेयसी सिंह की एंट्री

इस बार भाजपा ने अपने युवा नेतृत्व पर काफी भरोसा दिखाया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शूटिंग में भारत को गोल्ड दिलाने वाली श्रेयसी सिंह को मंत्री पद मिलने की पुष्टि जैसे ही हुई, पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ गया। श्रेयसी न सिर्फ दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह की बेटी हैं, बल्कि बिहार की राजनीति में युवा चेहरों की पहचान भी बन चुकी हैं।वरिष्ठ नेताओं में मंगल पांडेय की वापसी भी भाजपा की टीम को स्थिरता देती है।

जदयू में अनुभव को मिली प्राथमिकता

जदयू में इस बार भी सबसे ज्यादा भरोसा पुराने और अनुभवी नेताओं पर ही दिखा।फोन कॉल मिलते ही यह स्पष्ट हो गया कि अशोक चौधरी दोबारा कैबिनेट में शामिल होंगे।उनकी प्रशासनिक पकड़ और संगठन में मजबूत भूमिका के कारण उन्हें फिर मौका दिया गया है।

रामकृपाल यादव की वापसी—राजनीतिक संतुलन की नई परत

भाजपा की ओर से दानापुर–पटना के दिग्गज नेता रामकृपाल यादव को भी कैबिनेट में जगह मिल रही है।कभी लालू प्रसाद यादव के बेहद करीब रहे रामकृपाल आज भाजपा के मजबूत सामाजिक समीकरण का चेहरा बन चुके हैं।उनकी एंट्री से पार्टी ने यह संदेश भी दिया है कि अनुभव और जनाधार हमेशा प्राथमिकता में रहेगा।

युवा नेताओं को बड़ा मौका

भाजपा नेता दीपक प्रकाश, जो इस समय विधायक नहीं हैं, संगठनात्मक मजबूती को देखते हुए कैबिनेट में शामिल किए जा रहे हैं। इससे साफ है कि पार्टी सिर्फ चुनावी चेहरे नहीं, बल्कि रणनीतिक नेतृत्व को भी आगे बढ़ाना चाहती है।इसी तरह सत्ता गठबंधन में शामिल पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बेटे को भी जगह मिलने के संकेत हैं। यह संदेश है कि NDA नई पीढ़ी के नेतृत्व को उभारना चाहता है।

गांधी मैदान में भीड़ उमड़ी—नई टीम से जनता की उम्मीदें बढ़ीं

शपथ ग्रहण से पहले ही गांधी मैदान लोगों से भरने लगा है।समर्थकों की भारी मौजूदगी बताती है कि जनता नई टीम से तेज़ और स्थिर कामकाज की उम्मीद कर रही है।