JP Ganga Path Phase 2: पटना को मिलेगी हाई-स्पीड लाइफलाइन, दिसंबर से शुरू होगा जेपी गंगा पथ फेज-2, 5500 करोड़ की मेगा परियोजना बदलेगी प्रदेश की कनेक्टिविटी

पटना को बक्सर, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बिहार से तेज़, सुरक्षित और हाई-स्पीड कनेक्टिविटी देने वाली महत्वाकांक्षी परियोजना जेपी गंगा पथ फेज-2 का निर्माण कार्य इस दिसंबर से शुरू होने जा रहा है।

 Patna will get high speed lifeline JP Ganga Path Phase 2
पटना को मिलेगी हाई-स्पीड लाइफलाइन- फोटो : social Media

JP Ganga Path Phase 2: पटना अब एक नई रफ्तार, नई दिशा और नई विकास यात्रा की ओर बढ़ने वाला है। राजधानी को बक्सर, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बिहार से तेज़, सुरक्षित और हाई-स्पीड कनेक्टिविटी देने वाली महत्वाकांक्षी परियोजना जेपी गंगा पथ फेज-2 का निर्माण कार्य इस दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। यह मेगा रोड कॉरिडोर दीघा से शुरू होकर शेरपुर के रास्ते कोईलवर के समीप सोन नदी पर बने आधुनिक पुल से जुड़ेगा।

35.65 किलोमीटर लंबी इस परियोजना पर लगभग 5500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। खास बात यह है कि कुल मार्ग में 18 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड बनाया जाएगा, ताकि पटना शहर के भीड़भाड़ वाले हिस्सों में तेज़ और निर्बाध यातायात सुनिश्चित किया जा सके। बिहार राज्य पथ विकास निगम के मुताबिक, यह सड़क 'हम मॉडल' पर विकसित की जा रही है, जिसमें निर्माण एजेंसी ही अगले 15 वर्षों तक सड़क का रखरखाव करेगी।

खर्च का समीकरण भी दिलचस्प है,3300 करोड़ निर्माण एजेंसी वहन करेगी,2200 करोड़ (40 फीसदी) राज्य सरकार खर्च करेगी,सरकार 60 फीसदी राशि एजेंसी को ब्याज सहित 15 वर्षों में वापस करेगी, वार्षिक रखरखाव का भुगतान अलग से किया जाएगा

निर्माण एजेंसी को साइट पर सामग्री पहुंचाने और जल्द कार्य आरंभ करने के निर्देश जारी हो चुके हैं। पूरा काम लगभग चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

जेपी गंगा पथ फेज-2 बनने के बाद पटना की कनेक्टिविटी में ऐतिहासिक सुधार होने वाला है। इस एक मार्ग से पांच प्रमुख गंगा पुलों दीघा सेतु, शेरपुर–दिघवारा पुल, वीर कुंवर सिंह सेतु, जनेश्वर मिश्र सेतु, बक्सर–गाज़ीपुर पुल तक सीधी पहुंच मिलेगी। 

साथ ही कोईलवर ब्रिज से जुड़ाव के बाद पश्चिम बिहार और पूर्वी यूपी की यात्रा भी सुगम हो जाएगी। इस हाई-स्पीड कॉरिडोर के तैयार हो जाने के बाद पटना से बक्सर का सफर 100–120 किमी/घंटा की रफ्तार से संभव होगा। बक्सर से सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर प्रवेश मिलेगा, जिससे दिल्ली से कनेक्टिविटी और भी आसान हो जाएगी।

यह परियोजना सिर्फ पटना के भूगोल को नहीं बदलेगी, बल्कि पूरे बिहार और पूर्वांचल की आर्थिक गतिविधियों में नई जान फूंक देगी। राजधानी से निकलने वाला यह हाई-स्पीड गलियारा विकास की नई धुरी साबित होने वाला है।