Bihar News:नीतीश के विश्वस्त दिनेश राय ने IAS का पद छोड़ा, अब विधानसभा की कुर्सी पर नजर! अब रोहतास से भरेंगे चुनावी हुंकार?

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दिनेश कुमार राय ने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेकर राजनीति में उतरने का संकेत दे दिया है।...

 IAS Dinesh Rai
दिनेश राय की विधानसभा की कुर्सी पर नजर! - फोटो : social Media

Bihar News:बिहार की सियासत में एक नई हलचल ने पुराने समीकरणों को झकझोर दिया है।राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दिनेश कुमार राय ने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेकर राजनीति में उतरने का संकेत दे दिया है। सोमवार को नीतीश सरकार ने उनकी वीआरएस की मंजूरी देते हुए अधिसूचना भी जारी कर दी।

दिनेश राय का वीआरएस सिर्फ एक प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि 2025 विधानसभा चुनाव से पहले एक ‘राजनीतिक भूचाल’ की आहट है। खास बात यह है कि दिनेश राय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी अधिकारियों में गिने जाते रहे हैं और लंबे समय तक वे उनके आप्त सचिव भी रह चुके हैं।

मूल रूप से रोहतास जिले के करगहर क्षेत्र के निवासी दिनेश राय जब बीते महीने सचिव बनने के बाद पहली बार गृह जिले पहुंचे थे, तो किसी दिग्गज नेता की तरह उनका स्वागत हुआ। जगह-जगह स्वागत द्वार, फूलों की वर्षा और बताया गया कि उनके काफिले में 1000 से ज्यादा गाड़ियां थीं – और यहीं से कयास तेज हो गए थे कि “कुछ बड़ा पक रहा है”।

अब जब वीआरएस को सरकार की हरी झंडी मिल गई है, तो सूत्रों का कहना है कि दिनेश राय जदयू के टिकट पर करगहर या सासाराम से चुनाव लड़ सकते हैं।

नीतीश कुमार के करीबी और प्रशासनिक अनुभव से लैस राय को जदयू के अंदर संभावित 'CM मटेरियल' कहने वालों की भी कमी नहीं।चुनावी साल में वीआरएस लेना और वह भी ऐसे वक्त जब नीतीश कुमार प्रशासनिक ‘फेस कार्ड्स’ को सियासी चेहरों में बदलने की कवायद में लगे हैं, दिनेश राय की एंट्री को साधारण घटनाक्रम नहीं माना जा सकता।

राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि ब्यूरोक्रेसी से राजनीति में आने की यह सबसे प्रभावशाली 'सर्जिकल एंट्री' हो सकती है, जिसका असर जदयू के साथ-साथ विपक्षी खेमों पर भी पड़ेगा।क्या दिनेश राय को सियासत में उतारना नीतीश कुमार का 2025 चुनाव से पहले “विश्वासपात्रों की फौज तैयार करने” का मिशन है?या फिर यह जदयू में नेतृत्व की भावी पीढ़ी के तौर पर एक नया चेहरा गढ़ने की शुरुआत?बहरहाल, अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि दिनेश राय किस विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करते हैं  और कब नीतीश उनके हाथ में थमाते हैं राजनीति की चाभी!