Patna DM: सरकारी अधिकारियों की छुटि्टयां कैंसिल, गांधी मैदान में 20 नवंबर को नीतीश की दसवीं बार होगी ताजपोशी, पीएम मोदी की मौजूदगी से बढ़ेगी रौनक, पटना डीएम मुस्तैद
पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए सभी अधिकारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं। आदेश में साफ़ कहा गया है कि...
Patna DM: बिहार की सियासत इन दिनों अपने उबाल पर है। 20 नवंबर को गांधी मैदान एक बार फिर इतिहास का गवाह बनने जा रहा है, जब नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह सिर्फ़ एक रस्मी कार्यक्रम नहीं, बल्कि सत्ता के नए अध्याय की शुरुआत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी समारोह में शामिल होंगे, जिससे आयोजन की अहमियत कई गुना बढ़ गई है। पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम की सूक्ष्म निगाह शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए गांधी मैदान में मंच से लेकर सुरक्षा घेरों तक है।
नीतीश सरकार का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इससे पहले हर हाल में नई सरकार का गठन करना अनिवार्य है। इसी क्रम में 19 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पूरी मंत्रिपरिषद इस्तीफा देगी और मौजूदा विधानसभा भंग कर दी जाएगी। चुनाव नतीजों के बाद पिछले कुछ दिनों में सत्ता-परिवर्तन की चहल-पहल तेज़ हो चुकी है और अब शपथ दिवस की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
उधर पटना प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए सभी अधिकारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं। आदेश में साफ़ कहा गया है कि समारोह के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और भीड़ प्रबंधन के लिए बड़ी संख्या में अधिकारियों की मौजूदगी जरूरी है। इसलिए 20 नवंबर तक कोई अधिकारी अवकाश पर नहीं जाएगा।
अगर किसी अफसर को किसी अत्यावश्यक कारण से छुट्टी चाहिए, तो उसे उच्चाधिकारियों से विशेष अनुमति लेनी होगी। यह सख्ती इसीलिए बरती जा रही है ताकि समारोह में किसी तरह की चूक या सुरक्षा-संबंधी परेशानी न पैदा हो, क्योंकि बड़ी संख्या में राष्ट्रीय नेताओं, विशिष्ट मेहमानों और आम जनता के जमा होने की संभावना है।
पटना पुलिस, जिला प्रशासन, नगर निगम और सुरक्षा एजेंसियाँ मिलकर हर मिनट का प्लान तैयार कर रही हैं। गांधी मैदान में बैरिकेडिंग, कंट्रोल रूम, पार्किंग व्यवस्था, आपातकालीन मेडिकल स्टाफ और विशिष्ट रूट को लेकर विशेष तौर पर निर्देश जारी किए गए हैं।
सियासी फिज़ा में इस वक़्त सिर्फ़ एक ही शब्द गूंज रहा है तैयारी, ताजपोशी और तमीज़ के साथ सत्ता की नई दस्तक।