बिहार के धान किसानों पर गहराया आर्थिक संकट: MSP से बहुत कम मिल रहे दाम, विधायक ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
दिनारा विधायक आलोक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बिहार में धान खरीद का लक्ष्य 36 लाख MT से बढ़ाकर 50 लाख MT करने की मांग की है। उन्होंने आगाह किया है कि बाजार में एमएसपी (MSP) से कम दाम मिलने के कारण किसान आर्थिक और मानसिक दबाव में हैं।
Patna : बिहार के धान उत्पादक किसानों के सामने इस वर्ष एक बड़ा आजीविका संकट खड़ा हो गया है । रोहतास जिले की दिनारा विधानसभा के विधायक आलोक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर राज्य के किसानों की दयनीय स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित किया है । विधायक के अनुसार, बाजार में धान के दाम गिरने और सरकारी खरीद का लक्ष्य कम होने से ग्रामीण क्षेत्रों में भारी असंतोष और तनाव व्याप्त है ।
लागत से भी कम दाम मिलने से किसान बेहाल
विधायक ने पत्र में स्पष्ट किया है कि वर्तमान खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में धान का उत्पादन तो अच्छा हुआ है, लेकिन खुले बाजार में किसानों को केवल 1600-1700 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है । यह कीमत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2369 रुपये से लगभग 700 रुपये कम है । बीज, खाद, सिंचाई और मजदूरी की बढ़ती लागत के बीच इतनी कम कीमत पर धान बेचना किसानों की मजबूरी बन गई है, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है ।
पैक्स खरीद लक्ष्य की विफलता और मानसिक दबाव
क्षेत्र में पैक्स (PACS) के माध्यम से सरकारी खरीद की व्यवस्था तो है, लेकिन निर्धारित लक्ष्य बहुत कम होने के कारण बड़ी संख्या में किसान अपनी उपज नहीं बेच पा रहे हैं । विधायक ने बताया कि लक्ष्य और संसाधनों की कमी के कारण पैक्स भी असहाय हैं, जिससे किसानों और पैक्स के बीच तनाव बढ़ रहा है । उन्होंने चेतावनी दी है कि ऐसी निराशाजनक परिस्थितियों में किसान मानसिक दबाव में आकर कोई भी गंभीर या दुखद कदम उठा सकते हैं ।
लक्ष्य को 50 लाख MT करने की मांग
किसानों को इस संकट से उबारने के लिए विधायक आलोक कुमार सिंह ने मांग की है कि राज्य का धान खरीद लक्ष्य तत्काल 36 लाख MT से बढ़ाकर 50 लाख MT किया जाए । साथ ही, 'धान का कटोरा' कहे जाने वाले रोहतास जिले के लिए कम से कम 5 लाख MT का लक्ष्य निर्धारित करने की अपील की है ताकि किसानों को राहत मिल सके और ग्रामीण अर्थव्यवस्था स्थिर रहे ।