Patna Airport International Flights: पटना एयरपोर्ट से अब इन 18 देशों में जाना होगा आसान, मिलेंगी सीधी फ्लाइट्स, देखिए लिस्ट
Patna Airport International Flights: पटना एयरपोर्ट से अब इन देशों में जाना आसान होगा। जल्द ही 18 देशों के लिए फ्लाइट्स उड़ान भरेंगी। देखिए लिस्ट...

Patna Airport International Flights: संसद का मानसून सत्र चल रहा है। इसी बीच राज्यसभा में सोमवार को भाजपा सांसद डॉ. भीम सिंह ने पटना स्थित जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की मांग को प्रमुखता से उठाया। मानसून सत्र के पहले प्रश्न के तहत उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू से पूछा कि जब पटना एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कहा जाता है तो वहां से कोई सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ान क्यों नहीं संचालित हो रही है?
एमपी ने उठाया सवाल
इस पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पटना हवाई अड्डा एक सीमा शुल्क अधिसूचित हवाई अड्डा है लेकिन फिलहाल वहां से कोई सीधी अंतरराष्ट्रीय अनुसूचित उड़ान संचालित नहीं की जा रही है। मंत्री नायडू ने कहा कि सरकार ने नागरिक उड्डयन क्षेत्र के समग्र विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है और पटना एयरपोर्ट को देश के 18 पर्यटन गेटवे स्थलों में शामिल किया गया है।
इन देशों के लिए सीधी उड़ान
इसके तहत भारतीय एयरलाइंस को पांच सार्क देशों बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका के साथ-साथ 10 आसियान देशों सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, इंडोनेशिया, म्यांमार, कंबोडिया, फिलीपींस और लाओस के लिए असीमित उड़ानें संचालित करने की अनुमति है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत और अन्य देशों के बीच हवाई सेवा समझौतों के तहत, पटना सहित किसी भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से खाड़ी देशों और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के लिए उड़ानें शुरू की जा सकती हैं। हालांकि, इन उड़ानों का संचालन मार्ग की आर्थिक व्यवहार्यता और एयरलाइनों के व्यावसायिक निर्णयों पर निर्भर करता है।
पटना एयरपोर्ट से सीधी फ्लाइट
डॉ. भीम सिंह ने मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पटना एयरपोर्ट पर कराए गए विकास कार्यों से यात्री सुविधाएं काफी बेहतर हुई हैं। इसके साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि अब अगला तार्किक कदम पटना से खाड़ी देशों और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संभावनाओं का गंभीर अध्ययन होना चाहिए। सांसद ने कहा कि यह बिहार के युवाओं, श्रमिकों और बड़ी प्रवासी आबादी के हित में एक आवश्यक और व्यावहारिक निर्णय होगा।