पटना पुलिस ने कुख्यात साइको किलर अविनाश को हथियार समेत दबोचा, क्या था इरादा!

बिहार के अपराध की दुनिया में साइको किलर के नाम से कुख्यात अविनाश श्रीवास्तव को एक बार फिर पटना पुलिस ने जमानत मिलने के महज इतने घंटे के अन्दर एक कट्टा और 5 जिन्दा कारतूस के साथ धर दबोचा है,पूछताछ जारी

पटना पुलिस ने कुख्यात साइको किलर अविनाश को  हथियार समेत दबोच
पटना पुलिस ने कुख्यात साइको किलर अविनाश (फाइल फोटो) - फोटो : NEWS 4 NATION

सूबे के अपराध जगत में साइको किलर के नाम से कुख्यात अविनाश श्रीवास्तव को एक बार फिर पटना पुलिस ने धर दबोचा है. मिली सूचना के आधार पर पटना पुलिस अवैध हथियार एवं कारतूस के साथ चौक शिकारपुर नालापार से धर दबोचा है. गिरफ्तार अविनाश श्रीवास्तव पूर्व में हत्या , रंगदारी एवं लूट के कई कांडों में शामिल रहा है. इस के कब्जे पुलिस ने एक कट्टा और 5 जिन्दा कारतूस बरामद किया है. मिली जानकारी के अनुसार लम्बे समय से पटना के बेउर जेल कैद इस कुख्यात को पिछले दिनों न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया गया तदुपरांत बीते शनिवार को यह जेल से बाहर निकला था. 

पुलिस  के मुताबिक पकड़ा गया कुख्यात अविनाश पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र स्थित एमआईजी कॉलोनी के रोड नंबर-30 का रहने वाला है. जिसका वर्त्तमान पता सीढ़ी घाट, पटना सिटी बताया जाता है. यह बिहार में करीब 20 से अधिक हत्याओं का आरोपित है. पूर्व में इसे 26 सितंबर 2020 को पटना पुलिस द्वारा रक्सौल से गिरफ्तार किया था. 


अविनाश पिता की हत्या का बदला लेने को बना अपराधी


पुलिस के मुताबिक अविनाश दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से एमसीए है. इन्फोसिस कंपनी में वह 40 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतन पर नौकरी भी कर चुका है. वर्ष 2002 में हाजीपुर में उसके पिता एवं तत्कालीन एमएलएसी ललन श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. पिता की हत्या का बदला लेने के लिए ही उसने हथियार उठा लिया. वर्ष 2003 में अविनाश ने अपने पिता के हत्यारोपित मोइन खां उर्फ पप्पू खां को हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी. उसे 32 गोली मारी थी. हत्या के बाद वह लाश के पास करीब तीन घंटे तक बैठा रहा. इसके बाद उसने अपने पिता के हत्यारों को चुनचुन कर मारा. 


मां के साथ सिलीगुड़ी में रहा
 
 ताबड़तोड़ कई हत्या करने के बाद जब उसकी तलाश तेज हुई, तो मां उसे लेकर सिलीगुड़ी चली गयी. इस बीच वह बिहार आकर हत्या, लूट और चोरी की घटना को अंजाम देता रहा. वर्ष 2016 में हाजीपुर के महुआ थाना क्षेत्र के हरपुर बेलवा स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में चोरी करते उसे पकड़ा गया. उस समय जब पुलिस ने उसके बारे में पूछा तो उसने कहा कि गूगल में साइको किलर अमित सर्च करिये. जब पुलिस ने सर्च किया, तो पुलिस के होश उड़ गये, जबकि अविनाश खुश हो गया. इसके बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था. 


दीना गोप की हत्या में भी शामिल
 

अविनाश श्रीवास्तव पर कई मर्डर केस दर्ज हैं. अविनाश श्रीवास्तन शार्प शूटर है और इसका नाम दीपा गोप हत्याकांड में भी सामने आया था. बताया जाता है कि अपने एमएलसी पिता  की हत्या के बाद 2002 में अविनाश श्रीवास्तव ने जुर्म का रास्ता अख्तियार किया और हाजीपुर को अपना गढ़ बना लिया. हाजीपुर में भी कई हत्याकांड में इसका नाम शामिल है.

पटना सिटी से रजनीश की रिपोर्ट