Bihar Politics : 'मुख्यमंत्री नीरा संवर्धन योजना’ से संवरेगी ताड़ व्यवसाय से जुड़े लोगों की जिंदगी : डॉ. संतोष सुमन

Bihar Politics : ताड़ व्यवसाय से जुड़े लोगों की जिंदगी 'मुख्यमंत्री नीरा संवर्धन योजना' से बदल जाएगी. मंत्री संतोष सुमन ने कहा की इस योजना के तहत ताड़ के पेड़ मालिकों और टैपर्स को रोजगार और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराया जाएगा....पढ़िए आगे

Bihar Politics : 'मुख्यमंत्री नीरा संवर्धन योजना’ से संवरेगी
ताड़ व्यवसाय से जुड़े लोगों की बदलेगी जिंदगी- फोटो : SOCIAL MEDIA

PATNA : हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व लघु जल संसधान मंत्री संतोष सुमन ने कहा है कि ताड़ व्यवसाय से जुड़े लोगों की जिंदगी संवारने के लिए मुख्यमंत्री नीरा संवर्धन योजना शुरू करना एक सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत ताड़ के पेड़ मालिकों और टैपर्स (पेड़ से नीरा रस निकालने वाला व्यक्ति) को रोजगार और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराया जाएगा। सुमन ने कहा कि मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग और जीविका के संयुक्त पहल से यह योजना इस वर्ष अप्रैल से जुलाई तक (लगभग 65 दिन) के ताड़ी के मौसम के लिए लागू की गई है। इस योजना के तहत 20 हजार टैपर्स को 8 रुपये प्रति लीटर उत्पादित नीरा की दर से प्रोत्साहन राशि सीधे उनके बैंक खाते में (डीबीटी के माध्यम से) दी जाएगी।

प्रदेश में ताड़ी उतारने का सबसे अधिक काम व ताड़ के पेड़ गया, नालंदा, मुजफ्फरपुर एवं वैशाली जिले में चिन्हित किये गये हैं। जीविका के माध्यम से टैपर (ताड़ के पेड़ पर चढ़ने वालों) का सत्यापन कर अनुज्ञप्ति मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की तरफ से निर्गत किया जाता है। उन्होंने कहा कि नीरा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ताड़ के पेड़ मालिकों को 3 रुपये प्रति लीटर उत्पादित नीरा की दर से अधिकतम 10 पेड़ों के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसमें ताड़ के पेड़ मालिक को 585 रुपये प्रति पेड़ की दर से अधिकतम दस पेड़ों के स्वामित्व एवं टैपिंग के लिए 5,850 रुपये प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। 

सुमन ने कहा कि 10 पेड़ की टैपिंग करने पर टैपर्स को 15 हजार 600 रुपये और 10 ताड़ के पेड़ के मालिक को 5 हजार 850 रुपये की प्रोत्साहन राशि जीविका समूह की तरफ से सीधे उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। 10 से कम ताड़ पेड़ों के लिए समानुपातिक प्रोत्साहन राशि देय होगा।

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