PATNA - लूट, हत्या के मामले में आरोपी और पटना के टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट में शामिल एक लाख के इनामी पूर्व पार्षद नेयाज पर पुलिस ने अपना शिकंजा कस दिया है। कोर्ट में सरेंडर करने के बाद अब नियाज को रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है। नियाज पर पटना के पाटलिपुत्र, पीरबहोर और सुल्तानगंज में 11 मामले दर्ज हैं। मामले में एएसपी अतुलेश झा ने बताया कि पूर्व पार्षद के खिलाफ 2020 में पटना में हुए एक हत्या के मामले में पुलिस को तलाश थी।
मामला यह है कि 26 दिसंबर 2020 को सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के तिराहे की मस्जिद, मासूम गली मोड़ पर बाइक से जा रहे जमीन कारोबारी 33 वर्षीय जेया अहमद की हत्या हुई थी। मृतक के भाई के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज किया था। जिसमें पूर्व पार्षद व उसके दो भाइयों सहित चार-पांच अज्ञात को आरोपी बनाया था।
मृतक के भाई सुल्तानगंज थाना के घघा बालू घाट निवासी मो सलाउद्दीन अहमद ने दर्ज प्राथमिकी में कहा था कि मंडई में रहने वाले पूर्व पार्षद नेयाज अहमद, उसके भाई आरिफ और आफताब धमकी देकर रंगदारी मांग रहे थे। घटना के दिन शाम चार बज दस मिनट पर बजे छोटे भाई नदीम अहमद के साथ मंडई पर खड़े होकर चाय पी रहे थे।
रास्ता रोककर मारी थी गोली
इसी बीच देखा कि जेया अहमद बाइक पर कुनकुन सिंह लेन निवासी मो. इमाम को पीछे बैठाकर पत्थर की मस्जिद से दरगाह रोड की तरफ जा रहा है। मंडई मोड़ के पास मो.नेयाज, दोनों भाई आरिफ व आफताब के साथ चार-पांच अन्य अज्ञात खड़े थे। इन लोगों के पास जब बाइक पहुंची तो तीन युवकों ने रुकने का इशारा किया। जेया के बाइक रोकते ही दो-तीन मिनट तक जेया से बातचीत की। बातचीत के दौरान ही पिस्टल निकाल गोली चला दी।
एएसपी ने बताया कि कांड संख्या 307/20 जेया हत्याकांड में पुलिस का सरगर्मी से तलाश थी। मामले में जेया के भाई प्राथमिकी अभियुक्त मो आफताब और अप्राथमिकी अभियुक्त मो सबीर उर्फ सूफी उर्फ डब्ल्यू के खिलाफ पुलिस आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। जबकि, इसके अन्य एक भाई मो आरिफ ने पिछले साल जून माह में कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था।