Land Registration: अब रजिस्ट्री के लिए न दलाल, न दफ्तर, मोबाइल से ही जमीन आपके नाम , 2025 में धमाकेदार होगा बदलाव, जानिए डिजिटल लैंड रजिस्ट्री का प्रोसेस
Land Registration:प्रॉपर्टी रजिस्ट्री का तरीका अब पूरी तरह बदलने जा रहा है। साल 2025 से लोग अपने मोबाइल या लैपटॉप से घर बैठे ही जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री पूरी कर सकेंगे ..

Land Registration:प्रॉपर्टी रजिस्ट्री का तरीका अब पूरी तरह बदलने जा रहा है। साल 2025 से लोग अपने मोबाइल या लैपटॉप से घर बैठे ही जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री पूरी कर सकेंगे। यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन के तहत एक बड़ी क्रांति माना जा रहा है, जो रियल एस्टेट सेक्टर को पारदर्शी और तकनीक-समर्थ बनाएगा।
डिजिटल लैंड रजिस्ट्री प्रक्रिया को आसान और समझने योग्य बनाया गया है, जो मुख्य रूप से छह चरणों में पूरी होगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए संबंधित पोर्टल पर यूजर को सबसे पहले पंजीकरण करना होगा।इसके बाद ज़रूरी दस्तावेज जैसे बिक्री अनुबंध, पहचान पत्र आदि स्कैन कर अपलोड करने होंगे। इसके बाद अपलोड किए गए दस्तावेजों की जांच एवं सत्यापन अधिकारी करेंगे।निर्धारित रजिस्ट्री फीस ऑनलाइन माध्यम से जमा करनी होगी। सभी जांच पूरी होने पर अधिकारी डिजिटल मंजूरी देंगे।अंतिम प्रमाणपत्र डिजिटल रूप में डाउनलोड किया जा सकेगा, जिसकी मान्यता सरकारी दस्तावेज जैसी ही होगी।
इस नई व्यवस्था में ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे डेटा को सुरक्षित, हैक-प्रूफ और पारदर्शी बनाया जा सके। इससे रिकॉर्ड में हेरफेर की कोई संभावना नहीं रहेगी।
डिजिटल रजिस्ट्री से घर बैठे रजिस्ट्री की सुविधा प्राप्त होगी तो समय और पैसों की बचत भी होगी। वहीं
अफसरशाही और दलालों से मुक्ति भी मिलेगी। साथ हीं ऑनलाइन ट्रैकिंग और रियल टाइम अपडेट रहेगा साथ हीं गलतफहमी और विवाद की संभावना कम होगी और सुरक्षित और संरक्षित रिकॉर्ड भी रहेगा।
2025 से लागू होने वाली यह डिजिटल प्रक्रिया न केवल आम नागरिकों के लिए प्रॉपर्टी खरीद-बिक्री को आसान बनाएगी, बल्कि सरकार के लिए भी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और पारदर्शिता बढ़ाने का बड़ा माध्यम बनेगी।