Agwani bridge - दो साल पहले ध्वस्त होकर गंगा में समाहित अगुवानी पुल के दोबारा निर्माण को लेकर आ गई बड़ी खबर, जानें क्या है नया अपडेट

Agwani bridge - अगुवानी पुल के फिर से निर्माण को लेकर दो साल से इंतजार किया जा रहा है। जिसमें यहां के लोगों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है.

Agwani bridge - दो साल पहले ध्वस्त होकर गंगा में समाहित अगुव

Patna - सुल्तानगंज-अगुवानी पुल के गंगा में समाए हुए दो साल से ज्यादा का समय गुजर चुका है। उस समय सरकार ने फैसला लिया था कि पुल को फिर से बनाया जाएगा। लेकिन अभी तक इसका काम नहीं शुरू हो पाया है। वहीं ताजा अपडेट यह है कि अभी अगले कुछ महीने तक पुल को फिर से बनाने का काम शुरू नहीं हो पाएगा।

जिसकी सबसे बड़ी वजह पुल का डिजाइन है, जिसे अभी तक तैयार नहीं किया जा सका है। पुल निर्माण कर रही  कंपनी ने जो नया डिजाइन  बनाया है। उसकी बारिकियों की जांच के लिए सरकार ने रुड़की आईआईटी से कराने का फैसला  लिया है।  अब जब तक यह जांच पूरी नहीं होती और डिजाइन को अंतिम मंजूरी नहीं मिलती, तब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सकेगा।

15 दिन में मंजूरी नहीं तो मानसून तक नहीं होगा काम

निर्माण कंपनी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुल के नए डिजाइन को बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा दो चरणों में अप्रूवल मिल चुका है। अब तीसरे चरण की जांच बाकी है, जिसमें करीब 15 दिन से अधिक का समय लग सकता है। यदि इसमें और देर होती है तो मानसून के दौरान गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने लगेगी, जिससे निर्माण कार्य में और बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।

दो साल से नहीं हट पाया है मलबा

फिलहाल, पिछले दो वर्ष से पुल के पिलर संख्या 7 से 10 के बीच ही काम चल रहा है, जिसमें केवल पुराने ढांचे से मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। अब तक निर्माण स्थल पर किसी भी नए कार्य की शुरुआत नहीं हो सकी है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया से आई इंजीनियरों की टीम भी अप्रैल के अंतिम सप्ताह में जांच कर दिल्ली लौट चुकी है।

एप्रोच पथ के लिए फंड नहीं, काम बंद

अगुवानी-सुल्तानगंज फोरलेन पुल के एप्रोच पथ का भी काम रुका हुआ है। निर्माण एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सड़क का काम रुकने का कारण पैसे की कमी है। पैसा आवंटन नहीं होने की वजह से काम रुका हुआ है। बता दें पुल के दोनों तरफ एप्रोच पथ की लंबाई 25 किमी है।