Bihar Teacher News: ACS सिद्धार्थ ने शिक्षकों के लिए जारी किया नया फरमान, अब शिक्षकों को करना होगा ये काम, नहीं तो होगी सख्त कार्रवाई

Bihar Teacher News: ACS सिद्धार्थ ने बिहार के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए नया फरमान जारी किया है, शिक्षकों को जल्द से जल्द इस आदेश का पालन करना होगा।

एस सिद्धार्थ
एस सिद्धार्थ का फरमान - फोटो : social media

Bihar Teacher News: बिहार सरकार ने एक बड़ा प्रशासनिक कदम उठाते हुए राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों, पुस्तकालयाध्यक्षों और शिक्षकेत्तर कर्मियों की सेवा पुस्तिका (e-Service Book) को डिजिटल माध्यम से ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड करने का निर्देश जारी किया है। इसके तहत अब इन कर्मचारियों के शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्रों के साथ पूरी सेवा जानकारी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी।

प्रमाण पत्रों का ऑनलाइन सत्यापन 

विभागीय पत्र (संख्या 11/वि० 11-170/2024-2144) के अनुसार यह निर्णय पहले 24 अक्टूबर 2024 को लिए गए आदेश के आलोक में लिया गया है। इसका उद्देश्य सभी कार्मिकों के दस्तावेजों का एक पारदर्शी और सुसंगत डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करना है ताकि किसी भी स्तर पर इन प्रमाण-पत्रों का ऑनलाइन सत्यापन किया जा सके।

कैसे होगी प्रक्रिया?

TRE-3, सक्षमता 1 व 2 उत्तीर्ण शिक्षक, तथा उच्च माध्यमिक/प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों के दस्तावेज़ संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) कार्यालय द्वारा स्कैन कर अपलोड किए जाएंगे। वहीं TRE-1, TRE-2, नियमित शिक्षक व नियोजित शिक्षक स्वयं अपने लॉगिन से प्रमाण-पत्रों की PDF फाइल अपलोड करेंगे। जिसे संबंधित प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक द्वारा विद्यालय लॉगिन से अनुमोदित किया जाएगा। सभी दस्तावेजों का क्रमांक और उत्तीर्णता वर्ष भी पोर्टल पर अंकित करना अनिवार्य होगा।

BPSC-BSEB पोर्टल से होगा मिलान

शिक्षकों द्वारा BPSC एवं BSEB पोर्टल पर अपलोड किए गए प्रमाण-पत्रों को भी ई-शिक्षाकोष से API माध्यम से इम्पोर्ट किया जाएगा और उसका मिलान जिला कार्यालयों द्वारा किया जाएगा। इसके बाद संबंधित बोर्ड/संस्था से दस्तावेजों का ऑनलाइन या ऑफलाइन सत्यापन कराया जाएगा।

गलत दस्तावेजों पर सख्त कार्रवाई

स्थानांतरण के बाद नए विद्यालयों में योगदान कर चुके शिक्षकों का आधार आधारित बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन किया जाएगा। इसमें उनकी थंब इम्प्रेशन और परीक्षा के समय ली गई फोटो का भी मिलान किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी शिक्षक या कर्मी के दस्तावेजों में भिन्नता या फर्जीवाड़ा पाया गया, तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

डिजिटल शिक्षा को करेगा मजबूत

शिक्षा विभाग के अनुसार यह कवायद न केवल पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी, बल्कि पूरे राज्य में डिजिटल शिक्षा प्रबंधन प्रणाली को मजबूत बनाएगी। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे इस प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से लागू करें और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को इसकी जानकारी दें। सूत्रों की मानें तो यह कदम भविष्य में शिक्षकों की पदोन्नति, स्थानांतरण और वेतन निर्धारण जैसी प्रक्रियाओं को भी तेज और सटीक बनाएगा।