Bihar Teacher Transfer: बिहार में शिक्षकों की ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर के लगातार मांग हो रही है और कई तरीके के नियम बनाए गए उसके बाद बदले गए इस पर सवाल नवल किशोर यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो अधिकारी है सचिवालय के वह सहयोग के नाम पर प्रयोग करते हैं और पावर का दुरुपयोग करते हैं। जो शिक्षक समय आने जाने में खराब करते हैं वो समय वो छात्राओं को पढ़ाएंगे। उन्होंने सरकार ने जब मान लिया है कि उसे तबादला करना है तो कैटेगरी में बांट कर शिक्षकों के आंख में धूल क्यों झोंक रहे हैं।
नवल किशोर ने अपनी ही सरकार को दे दी चेतावनी
नवल किशोर यादव ने अपनी ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि सदन आ रहे हैं, सरकार को उनकी जिम्मेवारियों का एहसास हमलोग कराएंगे ही। आखिर आप क्यों नहीं करिएगा। इस बिहार में तमाम अधिकारियों के स्थानांतरण हो रहे, कर्मचारियों के स्थानांतरण हो रहे हैं तो शिक्षकों का स्थानांतरण क्यों नहीं हो रहा है। क्यों आप कह रहे हैं ऐप बना रहे हैं। ऐप आदमी बनाया है कि आदमी को ऐप बना रहा है।
सदन में सरकार से करेंगे सवाल
नवल किशोर ने अपनी ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आप स्थानांतरण करें वरना शिक्षक आपका जान नहीं छोड़ेंगे। जब नवल किशोर से पूछा गया कि स्थानांतरण में कहां चूक हो रहा है तो उन्होंने कहा कि कहीं चूक नहीं है इन लोगों को पता ही चल रहा है कि कैसे ट्रांसफर करना है। ये लोग शिक्षकों के तबादले को लेकर सोच ही नहीं पा रहे हैं, लेकिन उनको स्थानांतरण करना ही होगा। सरकार को और अधिकारी को शिक्षकों का तबादला करना ही होगा।
विपक्ष को केवल माफियाओं से मतलब
उन्होंने शिक्षा मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे रोज कपड़े की तरह ये लोग नियम बदल रहे हैं। इसलिए 28 तारीख से सदन है। हम लोग सरकार से सवाल पूछेंगे और जवाब भी लेंगे। सरकार को शिक्षकों का स्थानांतरण करना ही होगा बच के कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसको चुनाव से जोड़ कर देखना जरुरी नहीं है। स्कूलों के बेहतरी के लिए स्थानांतरण जरुरी है। नवल किशोर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, जो विपक्ष में हैं उन्होंने 437 लगाकर स्कूलों को बर्बाद किया था। सभी शिक्षकों का प्रमंडल के स्तर पर तबादला कर दिया। जिससे माध्यमिक स्कूल चरमरा गया। इन लोगों को शिक्षकों से कोई मतलब नहीं है इनको सिर्फ बालू माफिया, जमीन माफिया से मतलब है।
पटना से अभिजीत की रिपोर्ट