पीएम मोदी के खास नेता ने किया बिहार में उम्र घोटाला! तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग के फर्जीवाड़ा का किया भंडाफोड़

बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा हों या नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इनके पास से दो-दो एपिक कार्ड मिलने का खुलासा होना अब SIR की पूरी प्रक्रिया को सवालों में लाए हुए हैं.

Tejashwi Yadav
Tejashwi Yadav - फोटो : news4nation

Tejashwi Yadav: चुनाव आयोग द्वारा बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को एक महीने की अवधि में निपटाने और इस दौरान पूरे राज्‍य में 65.64 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं. इसके बाद भी बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा हों या नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इनके पास से दो-दो एपिक कार्ड मिलने का खुलासा होना अब SIR की पूरी प्रक्रिया को सवालों में लाए हुए हैं. इस बीच रविवार को तेजस्वी यादव ने विजय सिन्हा पर बड़ा आरोप लगाया. 


उन्होंने कहा कि विजय सिन्हा ने न सिर्फ दो वोटर कार्ड और दो विधानसभा क्षेत्र के वोटर लिस्ट में नाम जुड़वा रहा है बल्कि उम्र का भी घोटाला किया है.  विजय सिन्हा लखीसराय और पटना के बांकीपुर में मतदाता के रूप में पंजीकृत (रजिस्टर्ड) हैं जिसमें उनकी उम्र क्रमशः 57 और 60 वर्ष दर्ज है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि ये मोदी जी के खास है इन्होंने उम्र घोटाला भी किया है और EPIC का भी फर्जीवाड़ा भी किया है . जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 17 और 18 के तहत एक व्यक्ति का नाम केवल एक मतदाता सूची में हो सकता है. दोहरे पंजीकरण को गंभीर उल्लंघन माना जाता है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की एसआर (Special Revision) प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में है.


65 लाख के हते नाम 

SIR के बाद बिहार में मतदाताओं की संख्या 7.24 करोड़ रह गई है. पहले ये आंकड़ा 7.89 करोड़ था. बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR) के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट 1 अगस्त को जारी की गई . इसमें 22.34 लाख मतदाताओं के नाम उनकी मृत्यु के कारण हटाए गए हैं. 36.28 लाख मतदाताओं ने अपना पता बदल लिया था (या तो उसी राज्य में या दूसरे राज्य में). वहीं 7.01 लाख मतदाताओं के नाम डुप्लिकेट या अन्य गड़बड़ियों के कारण हटाए गए हैं. 


दरअसल, विजय सिन्हा के पास EPIC No. IAF3939337 — विधानसभा क्षेत्र 168 लखीसराय, जिला लखीसराय, संसदीय क्षेत्र मुंगेर का है. वहीं दुसरा EPIC No. AFS0853341 — विधानसभा क्षेत्र 182 बांकीपुर, जिला पटना, संसदीय क्षेत्र पटना साहिब का है। जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 17 और 18 के तहत एक व्यक्ति का नाम केवल एक मतदाता सूची में हो सकता है. दोहरे पंजीकरण को गंभीर उल्लंघन माना जाता है. 


तेजस्वी ने दिया जवाव 

तेजस्वी यादव ने यह भी बताया कि उन्हें चुनाव आयोग से नोटिस 7 अगस्त को मिला, जिसका उन्होंने 8 अगस्त को स्पीड पोस्ट के जरिए जवाब दे दिया। उन्होंने मीडिया पर भी हमला बोलते हुए कहा कि उनके खिलाफ मीडिया ट्रायल किया जा रहा है और उन्हें जेल भेजने की बातें की जा रही हैं। तेजस्वी ने यह दावा भी किया कि खुद उनके पास भी दो EPIC कार्ड हैं, लेकिन उन्होंने चुनाव आयोग को पूरी जानकारी के साथ जवाब दे दिया है।