जब वोटर ही खत्म हो जाएगा तो सदन चलाकर क्या करेंगे... एसआईआर के खिलाफ विधानसभा में भड़के तेजस्वी यादव, विपक्ष का भारी बवाल

Tejashwi Yadav
Tejashwi Yadav- फोटो : news4nation

Bihar Vidhansabha :  बिहार में मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लोकतंत्र विरोधी बताते हुए मंगलवार को सदन में विपक्षी सदस्यों ने भारी बवाल किया. सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि एसआईआर का विषय बिहार के वोटरों से जुड़ा हुआ है. इसलिए इस पर तत्काल सदन में चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वोटरों से चुनकर ही सत्ता पक्ष के लोग हों या विपक्ष के लोग हों यहां विधानसभा में पहुंचते हैं. 


उन्होंने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है और इसी बिहार में लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.  एसआईआर की जो प्रक्रिया चुनाव आयोग के द्वारा बनाई गई है वह वोटरों के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि जब वोटरों के नाम ही मतदाता सूची से कट जाएंगे तो इसका क्या मतलब है. उन्होंने कहा कि अगर सदन में हम इसकी चर्चा नहीं करेंगे तो कहां करेंगे. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव नेतेजस्वी की मांग को ख़ारिज करते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही शुरू हुई थी तो हमने आपके सदस्यों को अपनी बात रखने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने अपनी बात नहीं रखी. नंदकिशोर यादव द्वारा तत्काल इस पर चर्चा कराने की मांग ख़ारिज करने पर विपक्ष के सदस्यों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. 


इसके पहले बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में विपक्ष ने भारी बवाल मचाया. काले कपड़ों में आए विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष की आसंदी के सामने जाकर विरोध प्रदर्शन किया और नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.


 सदन में जारी भारी हंगामा, नीतीश कुमार के खिलाफ चल रही नारेबाजी, पोस्टर लहराते सदस्यों पर अध्यक्ष की अपील का कोई असर नहीं होना और सदन में अराजक होती स्थिति के बीच कार्यवाही शुरू होने के 21 मिनट बाद ही विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थिगित कर दी. उन्होंने विपक्ष को फटकार लगते हुए कहा कि आपकी मंशा सिर्फ सदन में हंगामा करना है. जनता की बात रखने से आपको कोई मतलब नहीं है.