Iftar in Bihar: सीएम नीतीश के दावत-ए-इफ्तार में जाएंगे तेजस्वी यादव ! राजद नेता के लिए जदयू ने खोला दरवाजा, बिहार की सियासत में फिर से चौंकाने वाला खेला
Iftar in Bihar: बिहार में सियासी इफ्तार पार्टियों का सिलसिला शुरू है. रविवार को इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से दावत-ए-इफ्तार दिया जा रहा है. इसमें मुस्लिम समाज के नुमाइंदों के अतिरिक्त बिहार के प्रमुख सियासतदानों को भी आमंत्रित किया गय

Iftar in Bihar: बिहार में सबसे बड़े दावत-ए-इफ्तार का आयोजन रविवार को पटना में मुख्यमंत्री आवास में हो रहा है. सीएम नीतीश इफ्तार देने की परम्परा को बरकरार रखते हुए इस वर्ष भी दावत-ए-इफ्तार का आयोजन कर रहे हैं. इफ्तार में एक ओर जहां कई मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, तो दूसरी ओर प्रमुख सियासतदानों का भी एक मंच पर जुटान होगा. सबसे बड़ी बात है कि न सिर्फ सत्ता पक्ष से जुड़े नेता बल्कि सबसे बड़े विपक्षी दल राजद के तेजस्वी यादव को भी न्योता दिया गया है.
दरअसल, रविवार शाम सीएम नीतीश के दावत-ए-इफ्तार का आयोजन एक अने मार्ग यानी सीएम हाउस में किया जा रहा है. इसमें एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं को न्योता भेजा गया है. वहीं राजद के तेजस्वी यादव को भी इफ्तार के लिए आमंत्रित किया गया है. सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव को इफ्तार का न्योता भेजने का कारण प्रोटोकॉल है. तेजस्वी यादव मौजूदा समय में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं. ऐसे में प्रोटोकॉल के तहत उन्हें न्योता भेजा गया है.
तेजस्वी यादव इस न्योते के बाद सीएम नीतीश के दावत-ए-इफ्तार में जाएंगे या नहीं इस पर सबकी नजर होगी. हालाँकि सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव को भले ही न्योता भेजा गया है लेकिन वे नीतीश कुमार के इस इफ्तार में नहीं जाएंगे. वहीं इफ्तार में आने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में एनडीए कोटे से जुड़े नेता भी महत्वपूर्ण हैं. जदयू के शीर्ष नेताओं के साथ ही भाजपा, हम, लोजपा (रा), रालोमा जैसे दलों के कौन कौन से नेता इफ्तार में शिरकत करते हैं यह भी महत्वपूर्ण है.
इफ्तार का बायकॉट
बिहार के प्रमुख मुस्लिम धार्मिक संगठनों ने रविवार 23 मार्च को होने वाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दावत-ए-इफ्तार के बायकॉट की घोषणा की है। इन संगठनों की ओर से नीतीश कुमार को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि यह फैसला आपकी ओर से प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल 2024 के समर्थन के खिलाफ विरोध के तौर पर लिया गया है। मुस्लिम संगठन के इस घोषणा के बाद जदयू में हड़कंप मचा हुआ है। जिस संगठन ने सीएम नीतीश के दावत-ए-इफ्तार का बायकॉट किया है वह बिहार, झारखंड और उड़ीसा का प्रमुख मुस्लिम संगठन है।
सीएम पर लगाया आरोप
पत्र लिखने वाले संगठनों में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, इमारत-ए-शरिया, जमीयत उलेमा हिंद, जमीयत अहले हदीस, जमात-ए-इस्लामी हिंद, खानकाह मुजीबिया और खानकाह रहमानी शामिल हैं। बिल्कुल स्पष्ट अंदाज में लिखे गए पत्र में इन संगठनों ने नौतीश कुमार से कहा है कि आपने धर्मनिरपेक्ष शासन और अल्पसंख्यकों के अधिकार की सुरक्षा के वादे पर सत्ता हासिल की थी लेकिन भाजपा के साथ आपका गठबंधन और अतार्किक व असंवैधानिक वक्फ संशोधन बिल को आपका समर्थन आपके उन्हीं वादों का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन है।