Attack for Vip Train - वीआईपी ट्रेन बन रहे बदमाशों का निशाना, वंदे भारत में गुंडे घुसे, राजधानी-शताब्दी पर हुआ पथराव, रेलवे की बढ़ी टेंशन
Attack for Vip Train - असमाजिक तत्वों द्वारा वंदे भारत के साथ साथ अब राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों पर भी लगातार पथराव किया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई है।

N4N desk - वंदे भारत, शताब्दी एक्सप्रेस और राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन को देश का सबसे वीआईपी ट्रेन माना जाता है। जिसकी सुरक्षा को लेकर रेलवे भी गंभीर नजर आती है। लेकिन इसके बाद भी पिछले दिनों इन ट्रेनों में ऐसी घटनाएं हुई है, जो इन ट्रेनों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही है।
पिछले दिनों ऐसी घटनाएं सामने आई है। जिसमें इन ट्रेनों पर पथराव किया गया, जिससे इनके शीशे टूट गए, वहीं वंदे भारत में तो एक विधायक ने गुंडों को बुलाकर यात्री को पिटवा दिया।
सबसे ताजा बीती रात की है, जब भोपाल से दिल्ली के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 122001) पर ग्वालियर स्टेशन के बाद बिरला नगर-रायरू स्टेशन के बीच पथराव की घटना हुई. असामाजिक तत्वों ने ट्रेन पर पत्थर फेंके, जिससे एसी कोच C-5 की खिड़की का शीशा टूट गया। पथराव से साइड विंडो सीट पर बैठी महिला अचानक पत्थर लगने से घबरा गईं। तेज आवाज के साथ कांच चटकने से कोच में अफरा-तफरी मच गई और अन्य यात्री भी घटनास्थल पर जमा हो गए।
जांच से पहले भागे बदमाश
ट्रेन में मौजूद टीसी को सूचना दी गई और कंट्रोल रूम को अलर्ट किया गया। इसके बाद जीआरपी और आरपीएफ ने बिरला नगर से रायरू के बीच सर्चिंग की, लेकिन कोई संदिग्ध नहीं पकड़ा जा सका। रेलवे ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन तब तक पथराव करनेवाले वहां से फरार हो चुके थे।
बेंगलुरू-हजरत निजामुद्दीन राजधानी पर हमला
उधर, 21 जून की रात को केएसआर बेंगलुरु-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस (22691) रानी कमलापति और भोपाल स्टेशनों के बीच पथराव का शिकार हुई. एक यात्री दीपक कुमार ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके कोच B-4 की खिड़की का शीशा टूटकर उनकी प्लेट में पत्थर गिरा. आरपीएफ ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
वंदे भारत में घुसे विधायक के गुंडे
20 जून को दिल्ली से भोपाल जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस (20172) में एक और गंभीर घटना हुई। झांसी के बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा के समर्थकों ने एग्जीक्यूटिव क्लास E-2 में एक यात्री के साथ मारपीट की. विवाद सीट बदलने को लेकर शुरू हुआ, जो झांसी स्टेशन पर ट्रेन रुकने के बाद हिंसक हो गया। समर्थकों ने कोच में घुसकर यात्री को थप्पड़ और चप्पलों से पीटा, जिससे उसका नाक, मुंह और कान से खून बहने लगा।
इससे पहले, 11 जून की रात को भी भोपाल से दिल्ली जा रही शताब्दी एक्सप्रेस पर दतिया के पास पथराव हुआ था, जिसमें कोच C-3 का शीशा टूट गया था। इसके बाद ग्वालियर स्टेशन पर भी ट्रेन को निशाना बनाया गया. इस घटना में पूर्व विधायक रघुराज कंसाना भी कोच सी-3 में मौजूद थे, लेकिन किसी यात्री को चोट नहीं आई थी।
इस महीने ग्वालियर स्टेशन से पहले एजी ऑफिस पुल के निकट भी शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव की घटना हुई। एजी पुल के पास एक मानसिक रूप से अस्वस्थ युवक ने पत्थर फेंका था। इन लगातार घटनाओं ने रेलवे ट्रैक की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं।