Bihar Police: एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट, नई दिल्ली के द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम में 25 पुलिस उपाधीक्षक के साथ कुल 33 प्रतिभागियों ने भाग लिया. वरिष्ठ प्रशिक्षक के रूप में सत्येंद्र गर्ग,पूर्व डीजीपी (अंडमान और निकोबार) और स्पेशल कमिश्नर, दिल्ली पुलिस, ने अपने कार्यकाल के अनुभव को साझा किया।
इस मौके पर सुधांशु कुमार,अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात), बिहार ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए बिहार पुलिस के द्वारा किये गए विभिन्न प्रयासों से अवगत कराया। गौरतलब है कि बिहार में यातायात व्यवस्था को बेहतर, नियमबद्ध और सुदृद्ध बनाने के लिए बिहार पुलिस द्वारा लगातार कई नवाचार किए गए हैं. यातायात पुलिस द्वारा नियमित जांच अभियान के साथ ही तकनीक के सहारे नियम तोड़ने वालों की धड पकड़ करने के लिए राज्य स्तर पर कई बड़े अभियान चलाए गए हैं जिसका बड़ा असर देखने को मिला है.
एआईटीडी क्या है
एशियाई परिवहन विकास संस्थान (एआईटीडी) एक स्वतंत्र, गैर-लाभकारी संगठन है जो परिवहन, व्यापार और रसद पर विशेष ध्यान देने के साथ बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में क्षमता निर्माण, गैर-पक्षपाती अनुसंधान और क्षेत्रीय सहयोग के लिए समर्पित है। संस्थान का उद्देश्य संतुलित, कुशल, न्यायसंगत और सतत विकास को बढ़ावा देना है।
1989 में स्थापित हुआ संस्थान
राष्ट्रीय परिवहन नीति समिति (एनटीपीसी) की सिफारिशों के अनुसरण में 1989 में स्थापित, संस्थान ने तब से एक लंबा सफर तय किया है। संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद ने एआईटीडी को एक विशेष सलाहकार का दर्जा दिया है। यह दर्जा उन चुनिंदा गैर-सरकारी संगठनों को दिया जाता है जिनके पास संयुक्त राष्ट्र के काम में सहायता करने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता, अपनी क्षमता और क्षमता के विशेष क्षेत्र में मान्यता प्राप्त स्थिति है। भारत सरकार ने राष्ट्रीय योजनाएँ तैयार करते समय और परिवहन और रसद क्षेत्रों के लिए दीर्घकालिक नीति ढाँचा विकसित करते समय इसकी सलाह और विशेषज्ञता का लाभ उठाया है।