Bihar Education News:लोन लिया और फुर्र! 55 हजार 'लोन स्टूडेंट्स' का बिहार में सुराग नहीं, शिक्षा का सहारा बना बैंकों का सरदर्द!
Bihar Education News: बिहार सरकार की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना अब तालीम से ज़्यादा तिकड़मबाज़ी का मैदान बनती दिख रही है। ...

Bihar Education News: बिहार सरकार की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना अब तालीम से ज़्यादा तिकड़मबाज़ी का मैदान बनती दिख रही है। बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम की हालिया समीक्षा में सामने आया है कि लगभग 60,722 अभ्यर्थियों में से 55,000 से ज़्यादा छात्र शिक्षा ऋण लेने के बाद लापता हो गए हैं। ये ऐसे लोग हैं, जिन्होंने ना तो लोन की एक भी किस्त चुकाई, न ही शपथपत्र सौंपा — और अब ना घर के हैं न घाट के।
पटना में 4374 पर लोन रिकवरी का आदेश,पर सिर्फ 1733 पर मुकदमा दायर,2641 में से 2523 पर अब तक न नोटिस, न वाद।
समस्तीपुर में 2498 की सूची,1358 पर केस,540 को नोटिस,804 अभी भी खुला मामला!27,258 पर नीलाम वाद दाख़िल,27,277 अभ्यर्थियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं, कई छात्रों के पते फर्जी, मोबाइल नंबर बंद, और दस्तावेज़ों की जांच में अनियमितता।गया में 429, दरभंगा में 524 अभ्यर्थियों ने या तो किस्त अदा की या शपथपत्र दाखिल किया।आशंका है कि कई छात्रों ने एजेंटों और कोचिंग माफिया की मदद से फर्जी दाख़िला और फ़र्ज़ी दस्तावेज़ों से लोन स्वीकृत करवाया।
मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी मीनेन्द्र कुमार ने आदेश दिया है कि बाकी बचे अभ्यर्थियों पर तत्काल वाद दायर हो,नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाए और 18 जुलाई तक की स्थिति पर गहन समीक्षा जारी रहेगी।
बिहार में ‘पढ़ाई के नाम पर पैसों की पतली गली’ खोलकर हजारों युवक बन गए ‘कर्ज़ के भगोड़े’। क्या ये सिर्फ आर्थिक अपराध है या किसी गहरी साज़िश का हिस्सा?जवाब अभी बाकी है...