Coronavirus: फिर से पैर पसार रहा कोरोना, बिहार में स्वास्थ्य विभाग सतर्क, केरल और महाराष्ट्र में सर्वाधिक प्रभाव
Coronavirus: वैश्विक महामारी कोरोना के नए वेरिएंट्स के उभार के मद्देनजर बिहार का स्वास्थ्य विभाग 2025 में भी पूरी सतर्कता बरत रहा है।

Coronavirus: भारत में एक बार फिर कोविड-19 ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। हाल के महीनों में, विशेष रूप से मई 2025 तक, देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या में मामूली लेकिन चिंताजनक वृद्धि दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों और विभिन्न समाचार स्रोतों के अनुसार, 19 मई 2025 तक देश में कुल 257 सक्रिय मामले हैं। यह स्थिति वैश्विक स्तर पर दक्षिण-पूर्व एशिया, विशेष रूप से हांगकांग, सिंगापुर और थाईलैंड में कोविड-19 की नई लहर के साथ संरेखित है, जहां ओमिक्रॉन के JN.1 वैरिएंट और इसके उप-वंशजों (LF.7 और NB.1.8) ने मामलों में उछाल ला दिया है। भारत में भी यह वैरिएंट चिंता का कारण बना हुआ है।वैश्विक महामारी कोरोना के नए वेरिएंट्स के उभार के मद्देनजर बिहार का स्वास्थ्य विभाग 2025 में भी पूरी सतर्कता बरत रहा है। हालांकि, वर्तमान में राज्य में कोरोना के मामलों की संख्या कम है, लेकिन संभावित किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां चाक-चौबंद रखी जा रही हैं। JN.1 जैसे नए वेरिएंट्स के देश के कुछ हिस्सों में बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार ने भी एहतियाती कदम उठाए हैं।
मौजूदा स्थिति और तैयारियों पर जोर
बिहार में कोरोना से निपटने के लिए पहले से ही मानक संचालन प्रक्रिया (SOP), दिशानिर्देश और आवश्यक स्वास्थ्य बुनियादी ढाँचा (इंफ्रास्ट्रक्चर) तैयार है। स्वास्थ्य विभाग केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित नई गाइडलाइंस का बेसब्री से इंतजार कर रहा है, जो आपात बैठक के बाद जारी की जा सकती हैं। यह दर्शाता है कि राज्य सरकार बदलते हालात के साथ अपनी रणनीति को अपडेट करने के लिए तत्पर है।
प्रमुख सतर्कता उपाय और सार्वजनिक स्वास्थ्य सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को लगातार सतर्क रहने की सलाह दी है और निम्नलिखित प्रमुख उपायों का पालन करने पर जोर दिया है:मास्क का प्रयोग: भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क का नियमित उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।हाथों की स्वच्छता: हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोना या सैनिटाइजर का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।लक्षणों पर ध्यान: किसी भी तरह के कोरोना जैसे लक्षण (जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ आदि) दिखने पर तुरंत जांच कराने और चिकित्सकीय सलाह लेने की अपील की गई है।सावधानी और दूरी: संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना, खांसते या छींकते समय मुंह को रूमाल या कोहनी से ढंकना और गंदे हाथों से आंख, नाक या मुंह न छूना भी महत्वपूर्ण है।स्व-अलगाव: बीमारी के दौरान खुद को घर में अलग रखना संक्रमण के प्रसार को रोकने में सहायक है।
अन्य संक्रामक रोगों के प्रति भी सतर्कता
कोरोना के अलावा, बिहार में अन्य संक्रामक रोगों, जैसे एचएमपीवी (Human Metapneumovirus) वायरस को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है। एचएमपीवी के लक्षण कोविड-19 के समान ही होते हैं, जिसमें सांस लेने में तकलीफ शामिल है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को कोरोना की तर्ज पर ही एचएमपीवी से निपटने के लिए इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इसमें अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर की व्यवस्था करना और संदिग्ध मरीजों के सैंपल पुणे की लैब भेजने के निर्देश भी शामिल हैं।इसके अतिरिक्त, राज्य में विशेष संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान जैसे कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं, जो विभिन्न संक्रामक रोगों के प्रति जागरूकता और नियंत्रण पर केंद्रित हैं। अप्रैल 2025 में ऐसे अभियान शुरू किए गए हैं, जो स्वच्छता के महत्व और गर्मी के मौसम में स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करने पर जोर देते हैं।
बिहार सरकार संक्रामक रोगों के प्रबंधन के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपना रही है, जिसमें प्रारंभिक पहचान, त्वरित प्रतिक्रिया और प्रभावी उपचार शामिल हैं। ग्रामीण स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और जनता के बीच जागरूकता फैलाने पर लगातार ध्यान दिया जा रहा है।
वहीं केरल में 95 सक्रिय मामले हैं, जो देश में सर्वाधिक हैं। महाराष्ट्र, विशेष रूप से मुंबई, कोविड-19 की वापसी का गवाह बन रहा है। 21 मई 2025 तक, राज्य में 56 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। मुंबई में मई 2025 में 95 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 16 मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।मिलनाडु में 55 सक्रिय मामले हैं, जिनमें पुडुचेरी में 12 नए मामले शामिल हैं। चेन्नई में कुछ अस्पतालों ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण अंग प्रत्यारोपण और हार्ट सर्जरी जैसे गैर-जरूरी ऑपरेशन स्थगित कर दिए हैं।कर्नाटक में 16 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने स्थिति पर कड़ी नजर रखने की बात कही है.गुजरात में एक दिन में 7 नए मामले सामने आए हैं, जो पिछले साल के औसत एक मामले प्रति माह की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है। सभी प्रभावित व्यक्ति घर पर आइसोलेशन में हैं।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 5 सक्रिय मामले हैं,
भारत में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में JN.1 वैरिएंट के कारण बढ़ते मामलों की स्थिति भारत में भी उत्पन्न हो सकती है। इस वैरिएंट को अत्यधिक संक्रामक माना जाता है, जिसमें लगभग 30 उत्परिवर्तन हैं। कमजोर एंटीबॉडी प्रतिरक्षा और बूस्टर शॉट्स की कम दर को इस वृद्धि का प्रमुख कारण माना जा रहा है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने और सावधानी बरतने की सलाह दी है। विशेष रूप से बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने जैसे एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है