VIP party Mukesh Sahni: 161 रैलियों से तोड़ी सियासी खामोशी! चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बोले मुकेश सहनी, 'बदलाव की लहर चल रही है'
VIP party Mukesh Sahni: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने बिहार चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भागलपुर सहित कई विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां कीं। उन्होंने दावा किया कि बिहार में बदलाव की लहर चल रही है और महागठबंधन की जीत तय है।
VIP party Mukesh Sahni: बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के प्रचार में विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के संस्थापक और प्रमुख मुकेश सहनी ने रविवार को भागलपुर के गोपालपुर, खरीक और आसपास की विधानसभाओं में लगातार जनसभाएं कीं। उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद ही यह साफ हो गया है कि बिहार में बदलाव की लहर चल पड़ी है और जनता अब निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकने के मूड में है। रैलियों में भारी भीड़ उमड़ी और हर सभा में सहनी ने महागठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देने की जोरदार अपील की।
महंगाई और महिला सशक्तिकरण पर बड़ा वादा
अपने भाषणों में मुकेश सहनी ने महंगाई को चुनावी मुद्दा बनाया और एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई आसमान छू रही है, लेकिन एनडीए का कोई नेता इस पर एक शब्द नहीं बोल रहा। उन्होंने ऐलान किया कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है, तो महिलाओं को राहत देने के लिए हर महिला को प्रति माह ₹2,500 यानी सालाना ₹30,000 की सहायता राशि सीधे बैंक खाते में दी जाएगी। सहनी ने कहा कि यह योजना महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और घरेलू महंगाई से लड़ने का सबसे प्रभावी उपाय होगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके उम्मीदवारों की जीत के बाद सरकार में प्रतिनिधित्व सुनिश्चित कराना उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी।
हम वादा नहीं, काम करते हैं— सहनी का पलटवार
एनडीए पर निशाना साधते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि जनता अब जुमलेबाज राजनीति से ऊब चुकी है। हम नारे नहीं देते, हम काम करते हैं। महागठबंधन की सरकार ने पहले भी विकास करके दिखाया है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनी तो जनता की समस्याएँ खुद खत्म हो जाएंगी। उन्होंने महागठबंधन को गरीबों, युवाओं और किसानों की आवाज़ बताया और कहा कि जनता इस बार विकास और सम्मान की राजनीति को चुनेगी।
161 चुनावी सभाएं मुकेश सहनी का नया रिकॉर्ड
विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुताबिक, इस चुनावी सत्र में मुकेश सहनी ने कुल 161 चुनावी सभाएँ कीं — जो किसी भी क्षेत्रीय दल के नेता के लिए एक रिकॉर्ड मानी जा रही हैं।इन रैलियों में उन्होंने न सिर्फ अपने 15 उम्मीदवारों का प्रचार किया, बल्कि महागठबंधन के अन्य उम्मीदवारों के पक्ष में भी जनता से समर्थन मांगा। वे तेजस्वी यादव, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे शीर्ष नेताओं के साथ मंच साझा करते हुए महागठबंधन की एकजुटता का प्रतीक बने। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में सभाएँ करने से मुकेश सहनी ने ग्रामीण मतदाताओं में अपनी पकड़ और पहचान दोनों को मजबूत किया है।
सीमांचल और पूर्वी बिहार में प्रभाव
VIP पार्टी, जो शुरुआत में मछुआरा और निषाद समुदाय की आवाज़ के रूप में उभरी थी, अब बिहार के कई जिलों में महत्वपूर्ण सामाजिक-राजनीतिक आधार बना चुकी है। विशेष रूप से पूर्वी बिहार, सीमांचल और मिथिलांचल क्षेत्रों में सहनी का प्रभाव लगातार बढ़ा है।राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि सहनी के अभियान ने इस बार महागठबंधन को ग्रामीण वोटबैंक में निर्णायक बढ़त दिलाने में मदद की है।
महागठबंधन के लिए सोन ऑफ मल्लाह बने सबसे सक्रिय चेहरा
मुकेश सहनी को जनता सोन ऑफ मल्लाह के नाम से भी जानती है, और उन्होंने इस चुनाव में इस पहचान को राजनीतिक शक्ति में बदलने की कोशिश की। तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी के रूप में वे पूरे चुनाव प्रचार के दौरान महागठबंधन के जमीनी चेहरे बने रहे।उन्होंने कहा कि मैं अपने समाज के हर व्यक्ति को यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि महागठबंधन की सरकार बनने पर कोई भी गरीब अपने हक से वंचित नहीं रहेगा।