Bihar ration card: राशन कार्ड बनवाना है? तैयार रखें कागज़, 22 सितंबर से बिहार में कैम्प लगाकर और ऑनलाइन आवेदन होगा शुरू, इस दिन तक हीं बनेगा कार्ड

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने घोषणा की है कि 22 सितंबर 2025 से पूरे राज्य में कैम्प मोड में राशन कार्ड बनाने का अभियान शुरू किया जाएगा...

Bihar Ration Card
बिहार में राशन कार्ड बनाने का अभियान- फोटो : social Media

Bihar ration card: बिहार सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम  के दायरे में अधिकतम लाभुकों को शामिल करने के लिए एक अहम पहल की है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने घोषणा की है कि 22 सितंबर 2025 से पूरे राज्य में कैम्प मोड में राशन कार्ड बनाने का अभियान शुरू किया जाएगा, जो 10 अक्टूबर 2025 तक चलेगा।

इस अभियान के तहत राशन कार्ड बनाने के लिए कैम्प प्रत्येक पंचायत मुख्यालय स्तर पर, मुख्यतः पंचायत सरकार भवनों में आयोजित किए जाएंगे। विभाग की ओर से तय किए गए रोस्टर के अनुसार ये कैम्प अलग-अलग तिथियों पर संचालित होंगे। प्रत्येक कैम्प में आपूर्ति विभाग और अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहेंगे।

कैम्प में मौजूद टीम कम्प्यूटर और लैपटॉप के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया को तुरंत ऑनलाइन पूरा करेगी। प्राप्त सभी आवेदनों को ‘Rconline.bihar.gov.in’ पोर्टल पर उसी समय दर्ज किया जाएगा और हर आवेदक को तुरंत रसीद प्रदान की जाएगी। इस व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि लोग बार-बार कार्यालयों का चक्कर न लगाएं और प्रक्रिया साधारण, पारदर्शी और तेज़ बनी रहे।

आवेदन के बाद विभाग द्वारा जांच प्रक्रिया पूरी की जाएगी। केवल उन्हीं आवेदकों को राशन कार्ड जारी किया जाएगा जो पात्र पाए गए। विभाग का कहना है कि इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित होगा कि केवल योग्य लाभुक ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का लाभ उठा सकें।

अभियान को सफल बनाने के लिए स्थान और तिथि का स्थानीय प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। इसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर पात्र व्यक्ति समय पर कैम्प में जाकर आवेदन कर सके।

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने कहा है कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उन परिवारों को शामिल करना है जो अब तक किसी कारणवश राशन कार्ड से वंचित रह गए थे। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि राज्य का कोई भी पात्र व्यक्ति अनाज और अन्य जरूरी सुविधाओं से वंचित न रहे।

विशेष रूप से यह पहल उन ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के परिवारों के लिए महत्वपूर्ण है, जो डिजिटल सुविधा या जानकारी की कमी के कारण अब तक लाभ से बाहर थे। इस अभियान से राशन कार्ड वितरण में पारदर्शिता और सरलता आएगी, साथ ही पात्र लाभुकों तक सुरक्षित और नियमित खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित होगी।