Iraj Lalu Yadav: लालू यादव ने अपने पोते का नाम 'इराज' क्यों रखा? जानिए इस नाम का अर्थ, संस्कृति और व्यक्तित्व से जुड़ा महत्व
Iraj Lalu Yadav: "इराज" केवल एक नाम नहीं, बल्कि यह एक संस्कृति, परंपरा और सुंदरता का प्रतीक है। लालू यादव ने अपने पोते का नाम इराज इस लिए भी रखा क्योंकि उनके पोते का जन्म मंगलवार को हुआ था और इराज नाम को भगवान हनुमान से जोड़ा जाता है।

Iraj Lalu Yadav: राजद सुप्रीमो लालू यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने पोते का नाम इराज रखा है। वहीं तेजस्वी और राजश्री ने अपने बेटे के नाम के साथ लालू यादव का नाम जोड़ कर रखा है। यानी तेजस्वी का बेटा अब इराज लालू यादव के नाम से जाना जाएगा तो आइए जानते हैं कि लालू यादव ने अपने पोते का नाम इराज क्यों रखा है और इस नाम का अर्थ क्या है..? दरअसल, बच्चों के नामकरण में अर्थ और संस्कृति का गहरा महत्व होता है। संस्कृत और सांस्कृतिक मान्यताओं के अनुसार, इराज नाम के अनेक अर्थ हैं, जो व्यक्ति के स्वभाव और जीवनशैली पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
भगवान हनुमान और कामदेव से जुड़ाव
कुछ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, "इराज" को भगवान हनुमान से जोड़ा जाता है। वहीं, कई लोग इसे प्रेम के देवता कामदेव का पर्यायवाची भी मानते हैं। इसका अर्थ शक्ति, समर्पण और प्रेम से जुड़ा हुआ माना जाता है।
प्राकृतिक और सौंदर्य से जुड़ा नाम
इराज नाम का एक अर्थ "फूल" या सुंदर पौधा भी है, जो खुशी और सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। इसी तरह, यह नाम "जल से उत्पन्न" व्यक्ति को भी दर्शाता है, जो पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है।
व्यक्तित्व पर प्रभाव
मान्यता है कि जिन बच्चों का नाम इराज रखा जाता है, वे स्वभाव से शांतिप्रिय, संवेदनशील और आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं। उनका व्यवहार उनके नाम के अर्थ को दर्शाता है, जिससे उनके व्यक्तित्व में निखार आता है।
लालू ने बताया इराज नाम का अर्थ
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने अपने पोते के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि, कात्यायनी(तेजस्वी यादव की बड़ी बेटी) का जन्म शुभ नवरात्रि के 6वें दिन कात्यायनी अष्टमी को हुआ था और इस नन्हे बच्चे का जन्म बजरंग बली हनुमान जी के मंगल दिवस मंगलवार को हुआ है, इसलिए इसका नाम 'इराज' रखा गया है।
नाम रखने से पहले अर्थ जानना जरूरी
विशेषज्ञों की मानें तो नाम रखने से पहले उसके अर्थ को जानना जरूरी होता है। "इराज" जैसे नाम, जो धार्मिक, प्राकृतिक और भावनात्मक सभी स्तरों पर समृद्ध अर्थ रखते हैं, बच्चों के व्यक्तित्व के विकास में सहायक हो सकते हैं।