Bihar Election 2025 : बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले ऐसा लग रहा है कि इंडिया महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। भले ही सब कुछ ठीक होने का दावा इंडिया गठबंधन के सभी घटक दल कर लें, लेकिन तेजस्वी यादव के लिए सबको एक साथ खुश रखना मुश्किल नजर आ रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव में अभी करीब 10 महीने का वक्त है लेकिन महागठबंधन के घटक दलों ने अपनी मांग शुरू कर दी है। इसी बीच न्यूज़ 4 नेशन से बातचीत में माले ने 60 सीटों पर दावा ठोक दिया है।
दरअसल,आरजेडी-कांग्रेस के बीच अभी मामला फंसा ही है कि अब वामदल ने सीटों को लेकर बड़ी दावेदारी पेश कर दी है। माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि आगामी चुनाव में हम लोगों को 60 सीट मिलनी चाहिए। पिछले पांच सालों में वाम दल ने जमीन पर सबसे ज्यादा काम किया है।
महबूब आलम ने कहा कि पिछले चुनाव में वाम दल का प्रदर्शन सबसे बढ़िया रहा था। 60 सीटों की दावेदारी ठोकने वाले महबूब आलम ने एक तरफ जहां राज्य राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया वही दूसरे तरफ आरआरएस और भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने की सियासत करने का आरोप पुनः एक बार चस्पा किया। साथ ही नीतीश कुमार पर मजबूर होने और मजाक की वस्तु बन जाने जैसे तमाम आरोप लगाए। साथ ही गिरिराज सिंह के बयानों को लेकर भी माले विधायक ने नीतीश सरकार पर भी जमकर निशाना साधते हुए भाजपा पर दंगा फैलाने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
न्यूज4 नेशन से बातचीत में महबूब आलम ने कहा कि कांग्रेस देश का सबसे बड़ा विपक्षी दल है। उसे राज्यों में अपने सहयोगियों को मजबूत करने के लिए सहयोग करना चाहिए। हमारी मजबूती के हिसाब से हमारी हिस्सेदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। वही महागठबंधन की सियासत में बड़े भाई छोटे भाई के सियासी परिभाषा पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा कि अब सारे फैसले राजद नहीं बल्कि महागठबंधन द्वारा लिया जाएगा।
आपसी सामंजस्य की बात भले ही महागठबंधन के घटक दल करें, लेकिन गठबंधन फोरम पर हिस्सेदारी और पार्टी की ताकत को लेकर जो बयानबाजी हो रही है उससे साफ है कि बिहार महागठबंधन में सिर-फुटव्वल जारी है। हालांकि अभी विधानसभा चुनाव में 10 माह से ज्यादा वक्त शेष है। न्यूज़ 4 नेशन से माले विधायक महबूब आलम की विस्तृत बातचीत देखने खातिर आप इस लिंक को क्लिक करें .
कुलदीप भारद्वाज की रिपोर्ट