Bihar News : विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर साहब ने बैठक बुलाई थी लेकिन दर्द लाल पानी पर छलक आया. लाल पानी का जहर पीकर हाल में कई लोग मरे हैं. यहां तक कि आए दिन लाल पानी के खेप कहीं न कहीं पकड़ा ही जाते हैं. ऐसे में विरोधी तो छोड़िए अपने भी खुले तौर पर कई बार यह कह चुके हैं कि यह लाल पानी वह बला है जिसके ना दिखने का दावा जरुर किया जाता है लेकिन वह मिलता सब जगह है. बड़े बड़े साहब से लेकर संतरी-मंत्री के दरबार में लाल पानी मिलता है लेकिन गरीब गुरबा के लिए वही लाल पानी उन्हें हवालात पहुंचा देता है तो कभी सुरधाम.
तो विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर साहब ने बैठक बुलाई और इसमें साफ तौर पर कहा कि हम लाल पानी पर कुछ नहीं बोलते हैं. कोई कुछ बोले हमको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन साहब को फर्क पड़ गया अपने ही एक दुलारे चेहरे से. जनाब, पहली बार दिल्ली दरबार में तीर चला रहे हैं. मायानगरी मुम्बई में कारोबार करते हैं. लेकिन उनकी पार्टियों की रौनक भी बेहद खास होती है. ऐसे में कई मौकों पर उन्होंने लाल पानी पर बंदी को लेकर खुलकर अपना दर्द बयां किया है.
लेकिन बड़े साहब को यह मंजूर नहीं है कि कोई उनके इस निर्णय की आलोचना करे. तो साहब ने बीच बैठक में माता धाम से आने वाले मायानगरी से जुड़े नेताजी को कुर्सी से उठा दिया. दो टूक कहा- ‘अरे भाई सुधर जाइये. खड़ा होइए. काहे कुछ कुछ बोलते रहता है.’ बड़े साहब ने दो टूक कहा आप भी विरोधियों जैसा लाल पानी पर कुछ भी मत बोलिए. सबके बीच में कुर्सी छोड़कर खड़े हुए माता जानकी के धाम के नुमाइंदे अब क्या ही बोलते ?
बैठक में मौजूद जो भी लोग थे बड़े साहब का यह रूप देखकर हैरान थे. अब भले किसी के मन में लाल पानी को लेकर कोई गिला-शिकवा भी रहा होगा तो वे कैसे बोलते. हर कोई चुप्पी साधे रह गए.