Bihar Politics: CM नीतीश का 9 मिनट में ही खत्म हुआ कार्यक्रम, बिना एक शब्द बोले वापस गए सभी अतिथि, जबकि 'विज्ञापन' पर पानी की तरह बहाए गए थे पैसे. न्यूज4नेशन ने 7 अक्टूबर को यह खबर छापी थी. खबर ब्रेक करने के बाद विपक्ष को बोलने का मौका मिल गया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खबर के आधार पर मुख्यमंत्री की जमकर खिंचाई की थी. इसके बाद 16 अक्टूबर को मुख्यमंत्री का सरकारी कार्यक्रम कटिहार में हुआ. सात अक्टूबर को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम का लाईव प्रसारण किया गया था. तब कार्यक्रम शुरू होने के बाद खत्म होते देर न लगी थी. मंत्री श्रवण कुमार को चाय मिली,अभी पीये भी नहीं थे और कार्यक्रम खत्म होने का ऐलान हो गया था. पूरा वाकया लाईव प्रसारित हुआ. 7 अक्टूबर वाले कार्यक्रम से सबक लेते हुए अधिकारियों ने कटिहार में आयोजित सरकारी कार्यक्रम का लाईव प्रसारण ही नहीं किया. चर्चा है कि मुख्य़मंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम का लाईव प्रसारण से भद्द पिटने की पूरी संभावना थी, लिहाजा लाईव वाले फार्मूले को ही खत्म कर दिया गया. ''न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी.''
..तो लाईव प्रसारण से तौबा...?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 16 अक्टूबर को कटिहार में थे. इस दौरान उन्होंने जनसभा को भी संबोधित किया. कटिहार के बरारी B.M. college के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन/शिलान्यास किया. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा को भी संबंधित किया. उपस्थिति जनसमूह के बीच उन्होंने अपने किए गए कामों को गिनाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 400 करोड़ से अधिक की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया गया है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हम दो बार गलती से उधर चले गए थे, अब ऐसी गलती नहीं होगी. बता दें, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण को सरकार सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से लाईव करती है. सूचना जन संपर्क विभाग के फेसबुक, यूट्यूब पर बजाप्ता लाईव प्रसारित किया जाता है. विभाग की तरफ से कार्यक्रम के लाईव का लिंक शेयर किया जाता है. लेकिन बुधवार को कटिहार में आयोजित मुख्यमंत्री के सरकारी कार्यक्रम का लाईव प्रसारण नहीं किया गया. न तो फेसबुक पर और न ही यूट्यूब पर. सूचना एवं जन संपर्क विभाग का सोशल मीडिया अकाउंट देखेंगे तो पाएंगे कि 16 तारीख को कटिहार में आयोजित सरकारी कार्यक्रम का लाईव प्रसारण नहीं किया गया.
मंत्री चाय भी नहीं पीये थे और 9 मिनट में ही खत्म हो गया था कार्यक्रम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार 7 अक्टूबर को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. मुख्यमंत्री आवास 1 अन्ने मार्ग स्थित संकल्प में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और विभागीय मंत्री श्रवण कुमार भी मौजूद थे. वहीं, वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिला के अधिकारी भी जुड़े हुए थे. सरकार के इस कार्यक्रम का खूब प्रचार-प्रसार किया गया था. बिहार के बड़े अखबारों में पूरे पन्ने का रंगीन विज्ञापन छपवाया गया था. लेकिन कार्यक्रम महज नौ मिनट ही चला. मुख्यमंत्री आए, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव ने विषय वस्तु से रू-ब-रू कराया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने रिमोट दबाया, फिर धन्यवाद ज्ञापन हुआ और कार्यक्रम का समापन हो गया. कार्यक्रम की शुरूआत होने और खत्म होने के बीच की अवधि महज नौ मिनट रही. जिस तरह से इस कार्यक्रम को प्रचारित किया गया था, ऐसा लग रहा था कि बड़ा कार्यक्रम होगा. लेकिन मुख्यमंत्री का संबोधन भी नहीं हुआ। लाभुकों के खाते में राशि ट्रांसफर करने की प्रक्रिया खत्म हो रही थी, विशिष्ट अतिथियों के चाय की प्याली रखा गया, चाय पीने की शुरूआत भी नहीं हुई थी और समापन की घोषणा हो गई। जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही भाषण नहीं दिए तो फिर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और विभागीय मंत्री श्रवण कुमार के संबोधन की कहां गुंजाईश थी. लिहाजा बिना एक शब्द बोले ही सभी अतिथि वापस लौट गए थे।