NDA Meeting: बिहार की सियासत सातवें आसमान पर है। सीएम नीतीश ने आज मुख्यमंत्री आवास पर बड़ी बैठक बुलाई है। बैठक से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, एनडीए की बैठक में तमाम घटक दल को शामिल होना था। बैठक में बीजेपी, जदयू, हम, लोजपा(रा), रालोमो के नेता शामिल हुए। लेकिन बैठक में एनडीए में शामिल लोजपा यानी पशुपति पारस की पार्टी को नहीं बुलाया गया है। पशुपति पारस को बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण नहीं मिला है। ऐसे में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है।
दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने एनडीए की बैठक में नहीं बुलाया गया है। विदित हो कि आज मुख्यमंत्री आवास में एनडीए विधायक सांसद और जिला अध्यक्षों की बैठक आहूत है। एनडीए के सभी घटक दल जिला अध्यक्ष विधायक सांसद और नेता बैठक में शामिल हुए हैं।
लेकिन राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के नेताओं को नहीं बुलाया गया है। बता दें कि, लोकसभा चुनाव में भी पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं दिया गया था। जबकि उनके भतीजे और रालोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को 5 सीट एनडीए की ओर से दिया गया था। जिसके बाद से ही पारस एनडीए गठबंधन से नाराज थे। वहीं उसके बाद उन्हें दफ्तर खाली करने का आदेश भी दिया गया और अब एनडीए की बैठक में भी नीतीश कुमार ने उन्हें नहीं बुलाया।
सूत्रों की मानें तो पारस अब एनडीए का हिस्सा नहीं हैं। हालांकि फिलहाल आधिकारिक तौर पर इसका ऐलान नहीं हुआ है। वहीं हाल ही पशुपति पारस ने कहा था कि अगर उन्हें एनडीए में उचित स्थान नहीं मिलेगा तो फिर वो बिहार के सभी 243 विधानसभा सीटों पर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 लड़ेंगे।
नरोत्तम सिंह की रिपोर्ट