बिहार निगरानी ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई: रोसड़ा नगर परिषद ईओ के ठिकानों पर छापा, करोड़ों की बेहिसाब संपत्ति का खुलासा
रोसड़ा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) उपेंद्र नाथ वर्मा के पटना और रोसड़ा स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है।
Samastipur - बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए बुधवार, 26 नवंबर 2025 को बड़ी कार्रवाई की। ब्यूरो की टीम ने समस्तीपुर जिले के रोसड़ा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) उपेंद्र नाथ वर्मा के पटना और रोसड़ा स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में की गई है, जिससे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है ।
1.16 करोड़ की अवैध संपत्ति का खुलासा

निगरानी ब्यूरो ने इस छापेमारी से ठीक एक दिन पूर्व, 25 नवंबर 2025 को श्री वर्मा के विरुद्ध निगरानी थाना कांड संख्या 099/2025 दर्ज किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए लगभग 1,16,90,319 रुपये (एक करोड़ सोलह लाख नब्बे हजार तीन सौ उन्नीस रुपये) की अवैध संपत्ति अर्जित की है। ब्यूरो के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, यह अर्जित राशि उनकी कुल ज्ञात वैध आय के स्रोतों से करीब 86.3 प्रतिशत अधिक पाई गई है ।
माननीय विशेष न्यायालय, निगरानी, पटना से सर्च वारंट प्राप्त करने के बाद ब्यूरो ने कार्रवाई के लिए दो अलग-अलग तलाशी दलों का गठन किया। इन टीमों ने 26 नवंबर को उपेंद्र नाथ वर्मा के पटना के राजीवनगर (आशियाना फेज-2) स्थित निजी आवास और समस्तीपुर के रोसड़ा स्थित उनके कार्यालय एवं सरकारी आवास पर दबिश दी। छापेमारी के दौरान ब्यूरो के पुलिस पदाधिकारियों ने आवास और कार्यालय में मौजूद दस्तावेजों की गहन तलाशी ली ।
10 लाख कैश बरामद
तलाशी अभियान के दौरान ईओ के ठिकानों से भारी मात्रा में चल और अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। बरामदगी में 10,50,600 रुपये नकद और 27,30,297 रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण शामिल हैं। इसके अलावा, जमीन के कुल 14 डीड (दस्तावेज) मिले हैं, जिनमें से 3 डीड एफआईआर दर्ज होने के बाद अतिरिक्त रूप से पता चले। टीम को मौके से एक इनोवा और एक स्विफ्ट डिजायर कार के साथ-साथ विभिन्न बीमा कंपनियों में निवेश के कागजात और बैंक पासबुक भी हाथ लगे हैं ।
फिलहाल निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा बरामद किए गए सभी दस्तावेजों, निवेश के कागजों और संपत्तियों का बारीक विश्लेषण किया जा रहा है। तलाशी और अनुसंधान का कार्य अभी जारी है, जिससे भविष्य में और भी संपत्तियों के उजागर होने की संभावना बनी हुई है। ब्यूरो ने इस कार्रवाई के माध्यम से भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपने संकल्प को दोहराया है और आम नागरिकों से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार से जुड़ी किसी भी सूचना के लिए ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबरों पर निसंकोच संपर्क करें ।
इस दौरान भारी मात्रा में चल-अचल संपत्ति बरामद हुई है:
नकद: 10,50,600 रुपये.
आभूषण: 27,30,297 रुपये मूल्य के जेवर.
जमीन के दस्तावेज: कुल 14 डीड बरामद हुए हैं (एफआईआर में दर्ज 11 डीड के अतिरिक्त 3 अन्य डीड मिले).
गाड़ियाँ: एक इनोवा कार और एक स्विफ्ट डिजायर कार.
अन्य: विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों में निवेश के कागजात और बैंक पासबुक
रिपोर्ट - अनिल कुमार