Bihar Teacher News: स्कूल में सिर्फ 12 बच्चा, तभी पहुंच गए ACS सिद्धार्थ, हेडमास्टर को पकड़ा, कहा-अब ऐसे करो तुम...मचा हड़कंप....
Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ एक्शन मोड में हैं। एस सिद्धार्थ वीडियो कॉल कर स्कूलों का जायजा ले रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने सीतामढ़ी के स्कूल में फोन कर हेडमास्टर की क्लास लगा दी है।

Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एक्शन मोड में हैं। एस सिद्धार्थ एक के बाद एक फरमान जारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को स्कूल खुलते हीं एस. सिद्धार्थ एक्शन में आ गए। एस सिद्धार्थ एक बार फिर वीडियो कॉल के माध्यम से स्कूलों का जायजा ले रहे हैं। इसी कड़ी में आज एस सिद्धार्थ ने सीतामढी के बनौल के मध्य विद्यालय के हेडमास्टर को फोन लगाए। उन्होंने हेडमास्टर से पूछा कि स्कूल में कितने बच्चे हैं तो हेडमास्टर ने बताया कि आज बच्चे कम हैं केवल 20 25 बच्चे ही विद्यालय आए हैं। यह सुनते ही एस सिद्धार्थ ने हेडमास्टर से बच्चों के ना आने का कारण पूछा। जिसपर हेडमास्टर ने कहा कि, स्कूल सुबह हो गया है इसलिए बच्चे कम आएं हैं।
हेडमास्टर की लगाई क्लास
वहीं इसके बाद एस सिद्धार्थ ने हेडमास्टर को कहा कि वो कैमरा पीछे करें। जिसके बाद एस सिद्धार्थ वीडियो कॉल पर ही बच्चों को गिनने लगे। उन्होंने 1...2....3...4...5 करते हुए बच्चों को गिना, सिर्फ 12 बच्चे ही विद्यालय में मौजूद थे। जिसके बाद एस सिद्धार्थ ने तुरंत हेडमास्टर को आदेश दे दिया। उन्होंने कहा कि, आप तुरंत गांव में जाइए और बच्चों को बुलाकर लाइए। एस सिद्धार्थ ने हेडमास्टर से पूछा कि विद्यालय में कितने टीचर मौजूद हैं, तो उन्होंने बताया कि 4 शिक्षक मौजूद हैं। जिसके बाद एस सिद्धार्थ ने कहा कि दो टीचर बच्चों को पढ़ाएंगे और 2 टीचर गांव में जाकर बच्चों को लेकर आएंगे।
एस सिद्धार्थ ने दिया आदेश
दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव सिद्धार्थ ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्कूलों की स्थिति का जायजा लिया और शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब शिक्षकों को स्कूल से निकलकर गांवों में जाकर अभिभावकों से मिलना होगा और उन्हें बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करना होगा। सिद्धार्थ ने स्पष्ट किया कि विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए शिक्षकों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा, “अब सिर्फ स्कूल के भीतर पढ़ाना ही नहीं, बल्कि गांव-गांव जाकर बच्चों को स्कूल लाना भी शिक्षकों की जिम्मेदारी है।”
अधूरी समरसेबल योजना पर जताई कड़ी नाराजगी
प्रधानाध्यापक ने शिकायत की कि स्कूल में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है क्योंकि समरसेबल पंप अधूरा छोड़कर ठेकेदार चला गया। इस पर सिद्धार्थ ने तत्काल संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाने की बात कही और निर्देश दिया कि समरसेबल कार्य को तुरंत पूरा कराया जाए।