Bihar weather: बिहार में हुए बेमौसम बरसात में किसानों की तोड़ी कमर! मसूर-केरैया-खेसारी की फसल को हुआ भारी नुकसान

बिहार के सीतामढ़ी समेत कई जिलों में तेज हवा और बेमौसम बारिश ने गेहूं, दलहन, केला और आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। किसान संकट में हैं, प्रशासन द्वारा नुकसान का आकलन शुरू।

बिहार में हुए बेमौसम बरसात में किसानों की तोड़ी कमर
Bihar weather- फोटो : social media

Bihar weather: बिहार के सीतामढ़ी, रून्नीसैदपुर और अन्य जिलों के किसान इन दिनों भारी चिंता और निराशा में हैं। पिछले 2-3 दिनों की तेज हवा और बारिश ने गेहूं, मसूर, केरैया, खेसारी, आम और केला जैसी महत्वपूर्ण फसलों को भीगा और झुका दिया है, जिससे खेती के साथ किसानों की उम्मीदें भी धराशायी हो गई हैं।

बिहार में बारिश की वजह से मुख्य फसलों को नुकसान हुआ है। इसमें गेहूं,मसूर, खेसारी, केरैया, केला और आम। रून्नीसैदपुर प्रखंड के मधौल और भरथी गांवों के किसानों ने बताया कि वे गेहूं की कटाई और थ्रेसिंग की तैयारी में थे लेकिन तेज हवा और बारिश ने फसल को खेत में ही गिरा दिया। खेतों में पानी भर गया, जिससे दाने भीगकर काले पड़ने लगे हैं। गेहूं की यह स्थिति बाजार मूल्य को भी प्रभावित करेगी। दयाशंकर सिंह, उमेश भगत, कमलेश सिंह जैसे किसान बताते हैं कि कटाई तो हो गई, लेकिन उठाने से पहले बारिश ने सब बर्बाद कर दिया।

दलहन की फसल भी हुई प्रभावित

75% दलहन की फसल पहले ही काटी जा चुकी थी और धूप में सुखाने के लिए खलिहान में रखी गई थी।लेकिन मौसम के अचानक बदलने से खलिहान में रखी मसूर, खेसारी, केरैया भीग गई। अनाज फफूंद लगने और खराब होने की स्थिति में है। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। रामेश्वर साह, राजेश ठाकुर, रविंद्र मिश्रा जैसे किसानों का कहना है कि यह स्थिति अकाल जैसी तबाही ले आई है। गेहूं का दाना काला पड़ने से मंडी में मूल्य भी घटेगा।

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नुकसान का आकलन शुरू

प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है, लेकिन किसानों को डर है कि मुआवजा की प्रक्रिया धीमी होगी। कृषि विभाग की रिपोर्ट के बिना सरकारी सहायता नहीं मिलेगी।कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बनती जा रही है, जिससे खेतों में पानी जमा हो गया है।