DESK : गुजरात के धोलेरा में टाटा ग्रुप द्वारा विशालकाय सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। जिसके लिए कंपनी के द्वारा लगभग 91 हजार करोड़ की भारी भरकम राशि निवेश की जा रही है। वहीं अब इस प्लांट को स्थापित करने में ताइवान की दिग्गज कंपनी पीएसएमसी (PSMC) का भी सपोर्ट मिल गया है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) के इस प्लांट को PSMC डिजाइन और कंस्ट्रक्शन सपोर्ट उपलब्ध कराएगी। अब दोनों कंपनियां मिलकर दुनिया में भारत में निर्मित सेमीकंडक्टर की सप्लाई करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी जानकारी
टाटा कंपनी और पीएसएमसी के बीच हुई नई डील की जानकारी पीएम मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर दी। साथ ही दोनों कंपनियों के अधिकारियों से हुई मुलाकात की तस्वीरें भी साझा की। पीएम मोदी ने इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि टाटा संस और पीएसएमसी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के दौरान भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के बारे में वार्ता हुई. पीएसएमसी भारत को लेकर उत्साहित है और यहां अपना कारोबार बढ़ाना चाहती है।
टाटा ग्रुप को मिली बड़ी मदद
वहीं टाटा संस के चेयरमैन ने एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) के कहा कि पीएसएमसी की टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता से टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को सेमीकंडक्टर बनाने में बहुत आसानी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि प्लांट पर तेजी से काम हो रहा है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में पहला स्थान हासिल करने का लक्ष्य बनाया हुआ है. उन्होंने कहा कि हम यहां से पूरी दुनिया में चिप सप्लाई करेंगे।
भारत में अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहती है ताइवानी कंपनी
PSMC के सीईओ फ्रैंक हुआंग (Frank Huang) के अनुसार, टाटा ग्रुप के साथ हमारी पार्टनरशिप दोनों कंपनियों को फायदा पहुंचाएगी. भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है. ताइवान की कंपनियों को यहां तेजी से पैर पसारने में मदद मिलेगी
बता दें कि गुजरात के धोलेरा में बन रहे सेमीकंडक्टर प्लांट पर टाटा संस 91 हजार करोड़ निवेश कर रही है। वहीं इस प्लांट के आरंभ होने के बाद लगभग एक लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।