GST Reform: लाल किले से PM मोदी का बड़ा ऐलान! दिवाली तक लागू होगा नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म, व्यापार जगत ने जताया स्वागत

GST Reform: प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म की घोषणा की। व्यापार जगत ने स्वागत किया, उम्मीद—कर दरों में कमी से कारोबार और उपभोक्ताओं को राहत।

GST Reform
नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म की घोषणा- फोटो : social media

GST Reform: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म लागू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह सुधार दिवाली से पहले लागू होगा और इससे व्यापारियों के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी सीधा लाभ मिलेगा।

व्यापार जगत की सकारात्मक प्रतिक्रिया

फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कदम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में बड़ा सुधार है। उनका मानना है कि इससे कंप्लायंस का बोझ घटेगा, कर दरें संतुलित होंगी और स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर पैदा होंगे।

जरूरी वस्तुओं पर टैक्स में कमी की उम्मीद

फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन (फेस्टा) के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा और अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि मौजूदा जीएसटी दरों की समीक्षा और टैक्स स्लैब में तर्कसंगत बदलाव से रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं सस्ती होंगी। इससे छोटे और मध्यम उद्यमों को भी बड़ा लाभ मिलेगा, लागत घटेगी और बाजार में मांग बढ़ेगी।

स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा और बाजार सुधार की मांग

पम्मा ने कहा कि टैक्स में कमी से स्वदेशी वस्तुएं विदेशी उत्पादों के मुकाबले ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनेंगी। उन्होंने सरकार से बाजार सुधारों जैसे पार्किंग सुविधा, सड़कों की हालत में सुधार और विदेशी वस्तुओं के ऑनलाइन वर्चस्व को चुनौती देने की दिशा में कदम उठाने की अपील की।

CTI का सुझाव: 3 स्लैब वाला GST ढांचा

चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने पीएम को पत्र लिखकर मौजूदा पांच स्लैब (0%, 5%, 12%, 18%, 28%) के बजाय केवल तीन स्लैब—0%, 5% और 12%—का प्रस्ताव दिया। उन्होंने 28% स्लैब को खत्म कर इसे केवल तंबाकू और लग्जरी गाड़ियों तक सीमित करने की सलाह दी।गोयल ने यह भी कहा कि फिलहाल 28% टैक्स दर में ट्रैक्टर पार्ट्स, ऑटो पार्ट्स और टू-व्हीलर पार्ट्स जैसी आम जरूरत की वस्तुएं आती हैं, जिन्हें निचले स्लैब में लाने से आम जनता को राहत मिलेगी।