Repo rate cut: भारतीय रिजर्व बैंक ने पांच साल बाद रेपो रेट में घटाने की घोषणा की है. RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार सुबह 10 बजे मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) में लिए फैसलों की जानकारी दी. RBI ने मई 2020 में आखिरी बार रेपो रेट में 0.40% की कटौती की थी और इसे 4% कर दिया था. बाद में यह बढ़ते बढ़ते 6.5 फीसदी तक हो गया जिसे अब घटाकर 6.25 फीसदी कर दिया गया है. इस तरह रिजर्व बैंक ने ब्याज दर 0.25 प्रतिशत की कमी है.
आरबीआई के इन बदलावों का बड़ा असर आम लोगों पर पड़ेगा. खासकर लोन सस्ते होंगे और EMI भी घटेगी.मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के फैसलों की दी गई जानकारी में कई प्रकार के अनुमान पेश किए गए. यह अर्थव्यवस्था और आम लोगों के जीवन पर बड़ा असर डालने वाला साबित होगा.
6.4 फीसदी जीडीपी अनुमान
इस साल 6.4% GDP का अनुमान रखा गया है. इसके तहत Q1 में GDP ग्रोथ 6.7% रहने का अनुमान है. वहीं Q2 में 7% GDP ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है. Q3 में GDP ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान है जबकि Q4 यानी अंतिम तिमाही में 6.5% GDP ग्रोथ का अनुमान है. आरबीआई ने वित्त वर्ष 2026 में रियल GDP ग्रोथ 6.7% रहने का अनुमान लगाया है जबकि FY25 में रियल GDP ग्रोथ 6.4% रहने का अनुमान है.
मुद्रास्फीति 4.8% अनुमानित
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025 के लिए मुद्रास्फीति 4.8% और वित्त वर्ष 2026 के लिए 4.2% रहने का अनुमान लगाया है. वहीं एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार आगामी नीति में ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती की उम्मीद है।
साइबर धोखाधड़ी रोकने पर बड़ी पहल
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि साइबर धोखाधड़ी रोकने के लिए बैंकों का एक्सक्लूसिव डोमेन नाम 'find.in' होगा, अप्रैल में रजिस्ट्रेशन शुरू होगा. उन्होंने कहा कि डिजिटल धोखाधड़ी में वृद्धि चिंता का विषय है, इसके लिए सभी हितधारकों द्वारा कार्रवाई की आवश्यकता है.