लेट्स इंस्पायर बिहार,कानून-व्यवस्था पर IPS विकास वैभव ने कहा- '2005 से बेहतर बिहार, लेकिन राजनीति में शुचिता जरूरी'
Patna News: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के संस्थापक विकास वैभव का मानना है कि बिहार में केवल राजनीतिक परिवर्तन से कोई बड़ा बदलाव संभव नहीं है।

Patna News: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के संस्थापक विकास वैभव का मानना है कि बिहार में केवल राजनीतिक परिवर्तन से कोई बड़ा बदलाव संभव नहीं है। उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक समाज में व्यापक सामाजिक जागरण और युवाओं की सक्रिय भागीदारी नहीं होगी, तब तक विकास और प्रगति की गति सीमित ही रहेगी। विकास वैभव ने कहा कि बिहार की राजनीति अब भी जाति और संप्रदाय की जकड़न में फंसी है। यहां योग्य व्यक्ति को चुनने में भी अक्सर जातिगत समीकरण प्राथमिकता ले लेता है। ऐसे में राजनीतिक दल भी मजबूरी में उसी आधार पर राजनीति करते हैं। यही कारण है कि समाज में सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन के बिना राजनीतिक बदलाव अधूरा ही रह जाता है।
उन्होंने कहा कि बिहार को जिस बड़ी क्रांति की आवश्यकता है, वह है उद्यमिताऔर स्टार्टअप कल्चर की क्रांति। वैभव ने कहा कि राज्य में तभी वास्तविक विकास होगा जब युवा वर्ग उद्यमिता के रास्ते पर चले और समाज में एक नए सोच का संचार करे। मैं जिलों में पदस्थापना के दौरान भी कोशिश करता रहा हूं कि युवाओं में यह ऊर्जा जागृत हो।पिछले चार वर्षों से चल रहे लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के जरिए विकास वैभव ने सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक स्तर पर बदलाव की पहल की है। वे हर सप्ताह छुट्टियों में गांव-गांव जाकर युवाओं से संवाद करते हैं, उन्हें स्टार्टअप और नए अवसरों की ओर प्रेरित करते हैं।
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के संस्थापक विकास वैभव ने बताया कि पहले बिहार में स्टार्टअप की समझ बेहद सीमित थी। लेकिन अब इस अभियान की वजह से स्कूल-कॉलेज के छात्र भी स्टार्टअप की बातें करने लगे हैं। बिहार सरकार की 2022 की स्टार्टअप पॉलिसी और उससे जुड़े स्कीम्स को भी यह अभियान जन-जन तक पहुंचा रहा है।
अभियान की शुरुआत एक ऑनलाइन आह्वान से हुई थी, जिसमें हजारों युवाओं ने जुड़कर व्हाट्सएप ग्रुप बनाए। धीरे-धीरे बिहार के हर जिले, ब्लॉक और पंचायत तक इसके स्थानीय अध्याय (चैप्टर) स्थापित हो गए। अब तो भारत के सभी बड़े शहरों के अलावा 15 देशों में भी प्रवासी बिहारी युवा इस पहल से जुड़ चुके हैं। विकास वैभव का कहना है कि राजनीति में अच्छे और ईमानदार लोग जरूर आएं, तभी सिस्टम में बदलाव आएगा। लेकिन उससे भी बड़ा बदलाव समाज के स्तर पर होगा, जब युवा जाति-धर्म से ऊपर उठकर विकास और उद्यमिता को अपनाएंगे। लेट्स इंस्पायर बिहार का यही सपना है-एक नये बिहार का निर्माण।
बता दें लेट्स इंस्पायर बिहार पहल आज बिहार के भविष्य की नई परिकल्पना गढ़ रही है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव द्वारा शुरू की गई इस ऐतिहासिक पहल से अब तक 2.50 लाख से अधिक दृढ़ संकल्पित लोग जुड़ चुके हैं, जिनमें 15,000+ सफल उद्यमी और वरिष्ठ कॉर्पोरेट प्रोफेशनल्स शामिल हैं। इन सभी का लक्ष्य है जाति, धर्म, लिंग और विचारधारा से ऊपर उठकर शिक्षा, समतावाद और उद्यमिता के आधार पर 2047 तक एक विकसित भारत के भीतर विकसित बिहार की स्थापना करना।
बता दे 24 अगस्त 2025 को रवीन्द्र भवन, पटना में स्टार्टअप शिखर सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। इस महाकाय आयोजन का उद्घाटन बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी करेंगे।इस सम्मेलन में 21 सफल स्टार्टअप्स को “बिहार उद्यमिता पुरस्कार” से सम्मानित किया जाएगा।साथ ही, बिहार @ 2047 विज़न डॉक्यूमेंट का मसौदा जारी होगा, जिस पर जनता से सुझाव लिए जाएंगे। अंतिम संस्करण 21 दिसंबर को बेंगलुरु में विज़न कॉन्क्लेव में बिहार को समर्पित किया जाएगा।आज इस पहल से 350+ स्टार्टअप्स सीधे जुड़े हुए हैं। लक्ष्य है कि 2028 तक बिहार के हर जिले में कम से कम 5 स्टार्टअप्स स्थापित हों, जो प्रत्येक 100+ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएं।
यह अभियान सिर्फ स्टार्टअप्स तक सीमित नहीं है, बल्कि बिहार में सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिक पुनर्जागरण का नेतृत्व कर रहा है।लेट्स इंस्पायर बिहार अब सिर्फ एक आंदोलन नहीं, बल्कि एक जन-जन की शक्ति बन चुका है, जिसका लक्ष्य है स्थानीय रोजगार सृजन, युवाओं को अवसर और 2047 तक एक आत्मनिर्भर, विकसित बिहार।”