Death In Police Custody: औरंगाबाद जिले के नवीनगर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध मौत हुई है। मृतक की पहचान 50 वर्षीय प्रमोद साव के रूप में हुई है, जो लक्ष्मीपुर गांव का निवासी था। यह मामला तब सामने आया जब प्रमोद साव को 22 फरवरी को हुए एक ग्रामीण चिकित्सक विकास कुमार की हत्या के मामले में हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने आरोप लगाया कि प्रमोद की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके बाद उसे पहले नबीनगर रेफरल अस्पताल और फिर सदर अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई।
मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि प्रमोद साव को पूछताछ के दौरान बुरी तरह पीटा गया था, जिससे उसकी मौत हुई। परिवार का कहना है कि उन्हें प्रमोद की तबीयत बिगड़ने या उसकी मौत की सूचना नहीं दी गई थी और बिना उनकी अनुमति के शव का पोस्टमार्टम भी करवा दिया गया। इस घटना से नाराज होकर परिवार और स्थानीय लोग एसपी कार्यालय पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया।
परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनकी पिटाई के कारण ही उनकी मृत्यु हुई। मृतक के पुत्र बबन कुमार ने बताया कि उसके पिता को 27 फरवरी को पुलिस ने पूछताछ के लिए ले जाया था, जहां उनके साथ अत्यधिक मारपीट की गई। 2 मार्च को उसे सूचना मिली कि उसके पिता की पुलिस हिरासत में मारपीट के कारण मृत्यु हो गई है। जब वह अपने परिवार के साथ थाना गया, तो वहां से उसे भगा दिया गया और उसके बाद से उसे अपने पिता से मिलने नहीं दिया गया।
पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया है। सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने कहा कि प्रमोद की तबीयत अचानक खराब होने के बाद उसे अस्पताल लाया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि मृतक को हिरासत में रखने का कारण विकास कुमार की हत्या से संबंधित पूछताछ थी। पुलिस ने यह भी कहा कि मामले की जांच चल रही है और यदि परिजन कोई लिखित शिकायत देते हैं तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट- दीनानाथ मौआर