Bihar Crime:डायन बता कर नृशंस हमला, महिला के दोनों हाथ-पैर तोड़े, गला दबाकर हत्या की कोशिश, पुलिस पर पहले से ही मौन रहने का आरोप
Bihar Crime:एक महिला को डायन बताकर गांव के ही आठ लोगों ने मिलकर उस पर जानलेवा हमला किया। महिला का गुनाह बस इतना था कि उसने इस झूठे और अंधविश्वास से भरे आरोप का विरोध किया।

Banka जिले के सुजाल कोरामा गांव से मानवता को शर्मसार करने वाली एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। एक महिला को डायन बताकर गांव के ही आठ लोगों ने मिलकर उस पर जानलेवा हमला किया। महिला का गुनाह बस इतना था कि उसने इस झूठे और अंधविश्वास से भरे आरोप का विरोध किया।
घटना की भयावहता इस बात से समझी जा सकती है कि आरोपियों ने महिला को लाठी, डंडे, खंती और लोहे की रॉड से तब तक पीटा, जब तक वह बेहोश नहीं हो गई। हमले में महिला के दोनों हाथ और एक पैर टूट गया, और आरोपियों ने गला दबाकर उसकी हत्या करने की कोशिश की।
इस दौरान महिला के बच्चों ने शोर मचाया तो उन्हें भी पीट दिया गया। बीच-बचाव में आई महिला की पतोहू को भी बेरहमी से मारा गया। शोरगुल सुनकर आसपास के ग्रामीण जुटे तो आरोपी मौके से फरार हो गए।गंभीर रूप से घायल महिला को पहले स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार महिला की हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है।
स्वजनों का आरोप है कि यह हमला कोई पहली बार नहीं हुआ है। इन्हीं आरोपियों ने पहले भी महिला को डायन बताकर मारपीट की थी और धमकी दी थी कि अगर पुलिस में शिकायत की, तो जान से मार देंगे। तब भी पीड़ित परिवार ने पुलिस को आवेदन दिया था, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया।
अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर पुलिस ने पहले ही मामले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया? अगर समय रहते कार्रवाई होती, तो शायद आज यह नृशंस हमला रोका जा सकता था।पीड़ित परिवार ने आठ लोगों को नामजद करते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
अब देखना यह है कि प्रशासन और कानून इस बार पीड़िता को न्याय दिला पाते हैं या नहीं।